श्री सोरेन ने कहा कि भाजपा झूठ को सच बनाने के लिए प्रपंच करती है. मुद्रा योजना दो अक्तूबर के दिन शुरू की गयी, जबकि ऐसी ही योजना 1980 में दो अक्तूबर के ही दिन आइआरडीपी शुरू की गयी थी. इसके तहत भी स्वरोजगार के लिए लोन लिया जा सकता है. पहले से ही एसजीएसवाइ, पीएमइजीपी जैसी योजनाएं चल रही हैं, जो स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराती है. इस योजना में नया कुछ नहीं, सिर्फ नाम ही नया है. श्री सोरेन ने सवाल उठाया है कि इस योजना से आखिर कितने आदिवासियों को लाभ मिला है, सरकार बताये. कुछ निश्चित वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए ही यह योजना आरंभ की गयी है.
श्री सोरेन ने इज अॉफ डुइंग बिजनेस को भी बौद्धिक शिगूफा बताया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में न बिजली है, न विधि व्यवस्था ठीक है, तो कैसा इज अॉफ डूइंग बिजनेस. दिनदहाड़े यहां हत्या हो रही है, सांप्रदायिक तनाव हो रहे हैं. अल्पसंख्यकों को आतंकी बताकर गिरफ्तार किया जा रहा है. अधिकारियों पर जबरन अनुचित काम करने का दबाव दिया जाता है, तो अधिकारी छुट्टी पर चले जाते हैं. उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कहां हैं कांग्रेस के लोग. अपनी उपलब्धियां तो बताने सामने आयें. उन्होंने कहा कि 1991 से अब तक जो देश में प्रगति हुई है, उसमें भाजपा का क्या योगदान है.