रांची: झारखंड सरकार का पांच साल पहले प्रस्तावित 10 ट्रॉमा सेंटर अब तक पूरा नहीं हुआ है. वहीं बहरागोड़ा व नगर ऊंटारी में ट्रॉमा सेंटर का भवन बना, लेकिन उसकी भी शुरुआत नहीं हो सकी. स्वास्थ्य विभाग ने वहां चिकित्सकों को पदस्थापित किया है, लेकिन सिविल सजर्न सेंटर को फंक्शनल नहीं बना पाये. शेष ट्रॉमा सेंटरों में सिर्फ रिम्स का सेंटर ही कार्यरत है.
शेष सेंटर का बनना अभी बाकी है. इस योजना की परिकल्पना वित्तीय वर्ष 2007-08 में ही की गयी थी. पहले कुछ वर्षो तक सरकार यही कहती रही कि सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को राहत देने के लिए यह सेंटर जरूरी है.
वित्तीय वर्ष 2009-10 में यह तय हुआ कि 10 ट्रॉमा सेंटर बनाये जायेंगे. इधर, सरकार अब तक सिर्फ दो ट्रॉमा सेंटर का भवन ही खड़ा कर सकी है. इसका उदघाटन अब तक नहीं हुआ है. नये सेंटर केंद्र की डिजाइन के आधार पर बनने हैं. हर एक सेंटर पर लगभग तीन-तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे.