रांची: लगातार बिजली की कटौती समस्या पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार की देर शाम बिजली महकमे के अधिकारियों को तलब किया. उन्होंने कहा कि आखिर रांची में इतनी समस्या क्यों है? जब राजधानी का यह हाल है, तो अन्य जगहों में इससे भी खराब स्थिति होगी. त्योहारों का मौसम है. यह ध्यान रहे कि […]
रांची: लगातार बिजली की कटौती समस्या पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार की देर शाम बिजली महकमे के अधिकारियों को तलब किया. उन्होंने कहा कि आखिर रांची में इतनी समस्या क्यों है? जब राजधानी का यह हाल है, तो अन्य जगहों में इससे भी खराब स्थिति होगी. त्योहारों का मौसम है. यह ध्यान रहे कि रांची में 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिए. जनता से लगातार बिजली को लेकर शिकायतें मिल रही हैं. अधिकारी इसकी क्लोज मॉनिटरिंग करें.
बैठक में अधिकारियों ने सीएम को बताया कि पिछले सप्ताह टीवीएनएल की दोनों यूनिट से उत्पादन ठप हो गया था, इसके चलते बिजली की समस्या थी. इधर पिछले चार दिनों से पीटीपीएस से उत्पादन ठप है, जिसके चलते रांची में 50 से 60 मेगावाट बिजली की कमी हो रही है. तेनुघाट की बिजली बिहार को जाती है, फिर दूसरे सोर्स से बिजली झारखंड को मिलती है. रांची में पूरी बिजली का इस्तेमाल करने के लिए वैकल्पिक लाइन पर काम हो
रहा है.
सीएम को बताया गया कि दो से चार दिनों में चांडिल-हटिया लाइन पर काम आरंभ कर दिया जायेगा. इसके बाद तेनुघाट की बिजली वैकल्पिक सोर्स से रांची को मिलने लगेगी. रविवार को पीटीपीएस से उत्पादन शुरू हो जायेगा. कहा गया कि इसके बाद रांची में बिजली की समस्या नहीं रहेगी.
बिजली की कमी नहीं है, बल्कि तारों की क्षमता इतनी नहीं है कि पर्याप्त बिजली का लोड तारों पर दिया जा सके. अधिकारियों ने कहा कि ट्रांसमिशन लाइन पर काम चल रहा है. जैसे-जैसे लाइन का निर्माण होता जायेगा, बिजली की स्थिति सुधरती जायेगी. सीएम ने कहा कि रांची समेत हर जिले को वैकल्पिक लाइन से जोड़ें. बैठक में सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, वितरण कंपनी के एमडी राहुल पुरवार, संचरण कंपनी के एमडी अमित कुमार समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.