सैंपल जब्त कर जांच के लिए भेजा गया है़ इसकी रिपोर्ट पुलिस को दी जायेगी. एसडीओ के नेतृत्व में इसके पूर्व जब पंडरा बाजार समिति के एक गोदाम में छापेमारी हुई थी, तब मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए एसडीओ के निर्देश पर अलग से टीम गठित की गयी थी, लेकिन अनुसंधान के दौरान जांच प्रतिवेदन केस के अनुसंधानक दारोगा दिवाकर प्रसाद को नहीं दिया गया़ इस बात का उल्लेख कोतवाली के तत्कालीन डीएसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट में किया था़
रिपोर्ट में डीएसपी ने लिखा था कि गोदाम में रखे सामान की जांच के लिए एसडीओ की ओर से रातू के तत्कालीन प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी गुलाब रब्बानी एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी लापुंग को प्रतिनियुक्त किया गया था़ मामले में अनुसंधान के दौरान अनुसंधानक ने जांच रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी सदर से संपर्क किया, लेकिन एसडीओ ने अनुसंधानक को कहा, एक दो दिन में रिपोर्ट दे दी जायेगी़ अनुमंडल कार्यालय से कई बार संपर्क करने के बावजूद अनुसंधानक को जांच रिपोर्ट नहीं मिली. एसडीओ ने गत वर्ष एक मार्च को पंडरा बाजार स्थित एक गोदाम में छापा मारा था़ सूचना मिली थी कि गोदाम का मालिक बाजार समिति परिसर में ट्रकों की इंट्री करा कर अनाज की चोरी करते है़ं इसके साथ ही धोखाधड़ी कर बिना वैध कागजात के सामान बेचते है़ं छापेमारी के बाद एसडीओ के निर्देश पर मामले में पंडरा ओपी में बाजार पर्यवेक्षक विपुल कुमार की शिकायत पर धोखाधड़ी और कर चोरी के आरोप में व्यवसायी राम विलास खेतान और संजीव कुमार खेतान के खिलाफ प्राथिमकी दर्ज करायी गयी. इस मामले में पुलिस को जांच के दौरान व्यवसायी के खिलाफ धोखाधड़ी से संबंधित साक्ष्य नहीं मिले़ मामले में एसडीओ की ओर से जांच रिपोर्ट नहीं मिलने से पुलिस व्यवसायी पर धोखाधड़ी का आरोप साबित नहीं कर सकी़