रांची: पीपी कंपाउंड स्थित शहदेव टावर के पांचवे माले पर सतनाम सिंह के फ्लैट में एक नाबालिग को घरेलू काम के लिए बंधक बना कर रखा गया था. बुधवार को नाबालिग मौका पाकर फ्लैट से पाइप के सहारे नीचे उतर कर भाग रही थी, उसी वक्त गार्ड ने उसे पकड़ा और वापस सतनाम सिंह को सौंप दिया़.
इधर, इसकी जानकारी दीया सेवा संस्थान के बैजनाथ कुमार को मिली, तब उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आयी. चुटिया और हिंदपीढ़ी थाने की पुलिस शाहदेव अपार्टमेंट पहुंची़ उसके बाद नाबालिग को फ्लैट से मुक्त कराया. बाद में उसे सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया़ अफसरों के समक्ष नाबालिग ने बताया कि वह तमाड़ की रहनेवाली है़ उसे गांव का ही जुंगल मुंडा रांची लेकर पहुंचा था. उसके साथ दो अन्य लड़कियों को भी रांची लाया गया था़ वह पिछले 15 दिनों से सतनाम सिंह के घर में काम कर रही थी. नाबालिग ने बताया कि काम नहीं करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी. यहां तक की ठीक से खाना भी नहीं दिया जाता था.
वह किसी भी हाल में घर जाना चाहती थी, लेकिन उसे सतनाम सिंह और उसके परिजन नहीं जाने देते थे. इसी वजह से वह पाइप के सहारे नीचे उतर कर भागने का प्रयास कर रही थी़ इधर, सतनाम सिंह ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा िक बच्ची को काम कराने के लिए उन्होंने खरीदा नहीं था़ बच्ची अपनी इच्छा से घर में काम करती थी़ उसके साथ मारपीट नहीं की गयी है़ सीडब्ल्यूसी की ओर से मामले में पुलिस को बच्ची का बयान लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है़ नाबालिग को सुरक्षा की दृष्टिकोण से सेल्टर होम में रखा गया है़ बैजनाथ के अनुसार सतनाम सिंह होटल संचालक है. उन्होंने बताया कि नाबालिग के बारे मिसिंग चाइल्ड हेल्पलाइन के मोबाइल नंबर 9471300008 पर सूचना मिली थी़