नेपाल हाउस परिसर में सीएम ने किया योजना भवन का उदघाटन
रांची : जनता तेजी से काम चाहती है. यह तभी हो सकता है, जब अधिकारी व कर्मचारी अपना वर्ककल्चर सुधारेंगे. कर्मयोगी बन कर काम करें, तो पांच साल में राज्य विकसित राज्यों की श्रेणी में खड़ा हो जायेगा. यह बात मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नेपाल हाउस परिसर में नवनिर्मित योजना भवन के उदघाटन समारोह में कही. सीएम ने कहा कि अधिकारी भी फाइलों को जलेबी बनाना छोड़ें और काम करें.
नहीं तो अधिकारी भी जब रिटायर होंगे, तो उन्हें यही व्यवस्था मिलेगी, तब वह सरकार को कोसेंगे. इसलिए जरूरी है कि अभी से ही कार्यसंस्कृति में बदलाव लाया जाये. कर्मयोगी बनकर काम करें. उन्होंने कहा कि यह भवन महत्वपूर्ण है. यहीं से योजना बनेगी. कार्यक्रम के दौरान ही चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के कुछ लोग धरना पर बैठ गये थे. इस पर नाराजगी जताते हुए सीएम ने कहा कि किसी भी कार्य के लिए मांग गलत नहीं हैं, पर मांगने का तरीका गलत न हो.
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि राज्य में जिस प्रकार विकास कार्य चल रहा हैं, उससे लोगों में विश्वास बना है कि राज्य में सरकार कार्य कर रही है.
अधिकारियों व कर्मचारियों को एक दूसरे से जोड़ें : मुख्य सचिव राजीव गौबा ने अपने संबोधन में योजना भवन में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को एक दूसरे से जुड़ने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि आजकल कैसे निजी क्षेत्रों में ऑफिस कल्चर बदल रहे हैं और कैसे बड़े अधिकारियों और छोटे कर्मचारियों के बीच दूरियां समाप्त हो रही हैं.
25 करोड़ की लागत से बना है भवन : योजना भवन 25 करोड़ की लागत से बना है. इसके ग्राउंड फ्लोर में चार स्टोर रूम, एक कैंटीन, दो सिक्यूरिटी रूम, दो टॉयलेट, चार पार्किंग एरिया व दो लिफ्ट हैं. वहीं पहले तल्ले पर एक मीटिंग रूम, वेटिंग लाउंज, विकास आयुक्त का कक्ष व योजना सचिव का कक्ष समेत कुल 52 कमरे हैं. द्वितीय माले पर कांफ्रेंस हॉल समेत 46 कमरें हैं. तृतीय माले पर कांफ्रेंस हॉल समेत 47 कमरें हैं.