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अपने तरीके से आते हैं अनुबंध पर नियुक्त चिकित्सक
उनके आने-जाने की रिम्स प्रबंधन एवं विभागाध्यक्षों तक को नहीं रहती जानकारी रांची : रिम्स में अनुबंध पर कार्यरत अधिकांश चिकित्सक अपनी मर्जी के अनुसार सेवा देते है. ये रिम्स में कब आते-जाते हैं, इसकी जानकारी रिम्स प्रबंधन एवं विभागाध्यक्षों को भी नहीं होती. जानकारी के अनुसार इन चिकित्सकों को रिम्स प्रबंधन द्वारा बेहतर वेतन […]
उनके आने-जाने की रिम्स प्रबंधन एवं विभागाध्यक्षों तक को नहीं रहती जानकारी
रांची : रिम्स में अनुबंध पर कार्यरत अधिकांश चिकित्सक अपनी मर्जी के अनुसार सेवा देते है. ये रिम्स में कब आते-जाते हैं, इसकी जानकारी रिम्स प्रबंधन एवं विभागाध्यक्षों को भी नहीं होती. जानकारी के अनुसार इन चिकित्सकों को रिम्स प्रबंधन द्वारा बेहतर वेतन दिया जाता है, लेकिन उनके आने-जाने पर नजर नहीं रखी जाती. कई चिकित्सक तो सप्ताह में मात्र एक या दो दिन ही सेवा देते हैं, लेकिन उनकी उपस्थिति छह दिन की बनती है.
चिकित्सक जिस दिन आते हैं उसी दिन बाकी दिनों की उपस्थिति बना देते हैं.चिकित्सकों नेे विभाग में कर्मचारियों को जिम्मेदारी दे रखी है कि वह उपस्थिति पुस्तिका पर नजर रखे. किसी हाल में उपस्थिति पुस्तिका की सच्चाई न पता चले. इनमें से कुछ चिकित्सक ही समय पर आते हैं.
मान्यता बचाने के लिए रखे गये हैं चिकित्सक : रिम्स में एमबीबीएस की सीट बचाने के लिए कई विभागों में चिकित्सकों को अनुबंध पर रखा गया है. मेडिकल की सीटों में वृद्धि की एक शर्त यह थी कि विभाग में प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाये. एमसीआइ के नियमों के अनुसार विभाग में एक प्रोफेसर होना आवश्यक है, जबकि कई विभाग बिना प्रोफे सर के हो गये हैं. यहां के प्रोफेसर सेवानिवृत्त हो गये हैं. नये चिकित्सकों की बहाली नहीं की गयी. स्त्री विभाग में अनुबंध पर रखे गये चिकित्सक डॉ प्रीतिबाला सहाय ने रिम्स छोड़ दिया है.
मॉनीटरिंग करनेवाले ही जूनियर
वर्तमान विभागाध्यक्ष अनुबंध पर रखे गये प्रोफेसरों पर सख्ती नहीं कर पाते, क्योंकि वह उनसे जूनियर है. अधिकतर चिकित्सक भी उनके अधीन काम कर चुके हैं. इसलिए उनके बारे में पूछने की हिम्मत नहीं करते. अनुबंध पर रखे गये चिकित्सक सीनियर होने का फायदा उठाते हैं. एक विभाग के विभागाध्यक्ष ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि अनुबंध चिकित्सक कब आते हैं, कब जाते हैं इसके बारे में पता नहीं है. रिम्स प्रबंधन को इस पर नजर रखना चाहिए.
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