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हरमू नदी के सुंदरीकरण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे सीपी सिंह
रांची : हरमू नदी के संरक्षण और सुंदरीकरण कार्य का जायजा लेने नगर विकास सह आवास मंत्री सीपी सिंह हरमू पहुंचे. उन्होंने गंगानगर और विद्यानगर में जाकर ईगल इंफ्रास्ट्रर द्वारा किये जा रहे कार्यो का निरीक्षण और समीक्षा की. स्थानीय लोगों से बात भी की. मंत्री ने निर्माण कार्यो पर संतोष जताया, पर कहा : […]
रांची : हरमू नदी के संरक्षण और सुंदरीकरण कार्य का जायजा लेने नगर विकास सह आवास मंत्री सीपी सिंह हरमू पहुंचे. उन्होंने गंगानगर और विद्यानगर में जाकर ईगल इंफ्रास्ट्रर द्वारा किये जा रहे कार्यो का निरीक्षण और समीक्षा की. स्थानीय लोगों से बात भी की.
मंत्री ने निर्माण कार्यो पर संतोष जताया, पर कहा : नदी से कचड़ा कंपनी ही हटाये. उन्होंने हर दो माह पर इसकी समीक्षा करने की बात भी कही.
कंपनी के प्रतिनिधियों को साफ शब्दों में कहा ..काम की राशि में एक रुपये की बढ़ोतरी नहीं की जायेगी और न ही निर्धारित समय में इजाफा किया जायेगा. श्री सिंह ने नदी के आस-पास कूड़े का भंडार देख नाराजगी जतायी. उन्होंने पूछा कि जो कूड़ा निकाला जा रहा है, पर उसे हटाया क्यों नहीं जा रहा है.
कंपनी की ओर से कहा गया है कि डीपीआर में कूड़ा उठाने के लिए एजेंसी को नामित नहीं किया गया है. इस पर हैरान होते हुए मंत्री ने डीपीआर तैयार करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि से बात की. उन्हें कहा : एसी कमरे में बैठ कर डीपीआर तैयार की गयी है. श्री सिंह ने साफ किया कि कूड़ा उठाने का काम रांची नगर निगम नहीं करेगा. ईगल इंफ्रास्ट्रर को ही कूड़ा हटाने और उठाने काम करना होगा. श्री सिंह ने कहा : कूड़ा उठा कर नदी के किनारे ही रख दिया गया है, जो फिर बारिश के पानी में नदी में फैल गया है.
निगम के मुख्य अभियंता ने मंत्री श्री सिंह को बताया कि कंसल्टेंट कंपनी 33 लाख रुपये सिर्फ कार्यो की तीन बार मॉनिटरिंग के लिए मांग रही है. हर दौरे का 11 लाख. मंत्री ने इस पर भी नाराजगी जतायी. मुख्य अभियंता ने बताया कि निर्माण कर रही है कंपनी ने और 34 करोड़ रुपये मांगे हैं, जबकि पहले ही कंपनी को 10 फीसदी अधिक पर काम दिया गया है. श्री सिंह ने इससे इनकार किया.
श्री सिंह ने वहां बनाये जा रहे शौचालय निर्माण का भी निरीक्षण किया. स्थानीय लोगों की शिकायत पर मंत्री ने फीता मंगा किये जा रहे कार्यो की नापी भी करायी. उन्होंने काम में तेजी लाने के निर्देश भी दिये.
मौके पर ईगल इंफ्रास्ट्रर के प्रतिनिधियों ने मंत्री को कार्य प्रगति से अवगत कराया. उन्हें काम के पूरे प्रोफाइल से अवगत कराते हुए अब तक किये गये कार्यो की जानकारी दी. निरीक्षण के मौके पर रांची नगर निगम और नगर विकास विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे.
क्या है टाइम फ्रेम
काम समय
वर्किग सर्वे और इन्वेस्टिगेशन चार माह
(जीआइएस मैपिंग, हाइड्रोलॉजिकल एनालिसिस मिट्टी का परीक्षण, बाउंड्री फिक्सिंग और सामग्री का इंतजाम)
हाइड्रॉलिक मॉडल, डिजाइन तैयार करना चार माह
(बाउंड्री वाल निर्माण, पौधारोपण के अलावा अंडरग्राउंड सिवरेज सिस्टम, स्ट्रोम वाटर ड्रेनेज सिस्टम आदि की ड्राइंग बनाना)
अंडरग्राउंड सिवरेज सिस्टम का निर्माण नौ माह
सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, लो कॉस्ट सेनीटेशन पांच माह
(नदी के किनारों को संरक्षित करना समेत अन्य कार्य)
निरीक्षण स्थल को लेकर हुई बकझक
मंत्री के पहुंचने से पूर्व उनके स्थल निरीक्षण को लेकर निगम के मुख्य अभियंता और ठेकेदार में बकझक भी हुई.
रांची नगर निगम के अधिकारियों का कहना था कि मंत्री नदी स्थल पर जहां चाहें, वहां जाकर निरीक्षण कर सकते हैं, जबकि काम करने वाली एजेंसी के लोग मंत्री को केवल गंगानगर और विद्यानगर का निरीक्षण कराना चाहते थे.
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