रांची: निगरानी विभाग ने धनबाद रिंग रोड में भूमि अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों के मुआवजे घोटाले की जांच के लिए जमीन से संबंधित दस्तावेज मंगलवार को हासिल कर लिया है. निगरानी के अधिकारियों ने भूमि मुआवजा घोटाले के संबंध में अधिकारियों से भी जानकारी हासिल की है. मुआवजा घोटाले को लेकर धनबाद में जो पहले से मामले दर्ज हैं, उस संबंध में निगरानी के अफसरों ने जानकारी ली है. उल्लेखनीय है कि धनबाद रिंग रोड में जमीन का अधिग्रहण हुआ था.
इसमें दर्जनों आदिवासियों का करीब 10-15 करोड़ रुपये बिचौलियों ने मिल कर हड़प लिये थे. बैंक में खाता खुलवाने से लेकर सभी काम बिचौलियों ने ही किया था.
इस मामले में पैक्स के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध थी. बिचौलियों ने रैयतों को मिले मुआवजे को अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया था. हजारों की संख्या में फरजी डीड तैयार किये गये थे. जरेडा और आइएसएम के लिए जो भूमि का अधिग्रहण हुआ था, उसमें भी अनियमितता बरती गयी थी. पूरे मामले में भू-अजर्न कार्यालय के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध रही थी. जब इस बात की जानकारी निगरानी को मिली, तब पूरे मामले की जांच निगरानी से करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया था. उल्लेखनीय है कि मामले की जांच के लिए गत सोमवार को निगरानी की एक टीम धनबाद पहुंची थी. निगरानी मामले में विभिन्न अधिकारियों की संलिप्तता पर भी जांच कर रही है.