18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बंद कराया निर्माण कार्य

इटकी : रास्ता की मांग को लेकर बुधवार को महुवाटोली के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा करायी जा रही चहारदीवारी निर्माण कार्य को बंद करा दिया. ग्रामीणों का कहना है कि रास्ता की समस्या का हल होने तक निर्माण कार्य बंद रहेगा. जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार की प्रस्तावित मेडिको सिटी के लिए स्वास्थ्य विभाग […]

इटकी : रास्ता की मांग को लेकर बुधवार को महुवाटोली के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा करायी जा रही चहारदीवारी निर्माण कार्य को बंद करा दिया. ग्रामीणों का कहना है कि रास्ता की समस्या का हल होने तक निर्माण कार्य बंद रहेगा. जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार की प्रस्तावित मेडिको सिटी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इटकी यक्ष्मा आरोग्यशाला की खाली भूमि पर चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है. ग्रामीणों का मानना है कि निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर महुवाटोली व खोरखाटोली के ग्रामीण रास्ता के अभाव में कैद होकर रह जायेंगे. रास्ता की मांग को लेकर ग्रामीण आंदोलनरत हैं. इसी क्रम में महुवाटोली के समक्ष बनाये जा रहे प्रवेश द्वार निर्माण कार्य को मुखिया रोजदानी तिग्गा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बंद करा दिया.
इसकी सूचना पर सीओ राकेश कुमार श्रीवास्तव, आरोग्यशाला के अधीक्षक डॉ रमेया चंद्र सहाय, थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा, विभाग के अभियंता व ठेकेदार के अलावा जिप सदस्य मसूद आलम आंदोलन स्थल पहुंचे व इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया. बाद में मसूद आलम की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में रास्ता की मांग को लेकर जारी आंदोलन को तेज करने व मांग पूरी होने तक प्रवेश द्वार निर्माण कार्य बंद रखने का निर्णय लिया गया. बैठक में मुखिया रोजदानी तिग्गा के अलावा विनय कोनगाड़ी, आरोही केरकेट्टा, उषा किरण व सलोनी तिग्गा सहित अन्य मौजूद थे.
नामकुम : लाह की अच्छी पैदावार के बाद भी यहां के किसान खुश नहीं हैं. इसका प्रमुख कारण लाह की खरीद के प्रति सरकारी उदासीनता है़ सरकार ने किसानों के हित में लघु वनोत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य भी घोषित कर दिया है. इसके बाद भी लाह के किसान अभी भी औने पौने दामों में ही अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हैं़ नामकुम के विभिन्न क्षेत्रों खास कर आदर्श ग्राम हहाप में भी किसानों की यही स्थिति है़ मुखिया रमेश मुंडा ने बताया कि पूरी पंचायत में लगभग 300 ऐसे किसान हैं, जिनके पास पांच-पांच क्विंटल से भी अधिक लाह की फसल है. वहीं इतनी अधिक मात्र में लाह उत्पादन अब उनके लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है़
लैंपस द्वारा लाह की खरीदारी नहीं किये जाने से किसान स्थानीय हाट बाजारों में ही कम दामों में लाह बेचने को विवश हैं, जहां रंगीनी लाह के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 230 रुपये व कुसुमी लाख 320 रुपये प्रति किलो निर्धारित की गयी है. स्थानीय बिचौलियों व कुछ गैर सरकारी संगठन किसानों की मजबूरी का फायदा उठा कर सिर्फ 90 रुपये प्रति किलो की दर से लाह खरीद कर चांदी काट रहे हैं
इस संबंध में प्रखंड के अधिकारियों से बात की गयी, तो उन्होंने भी इस मसले को गंभीर बताते हुए वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी देने का आश्वासन दिया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें