रांची : राज्यसभा के एक सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में वोटिंग तय है. गुरुवार को नाम वापसी की आखिरी तिथि तक किसी उम्मीदवार ने नाम वापस नहीं लिया. भाजपा के एमजे अकबर और झामुमो के उम्मीदवार हाजी हुसैन अंसारी मैदान में हैं. राज्यसभा चुनाव के लिए अब दो जुलाई को विधायक वोट देंगे. राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाची पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह ने चुनाव आयोग को नाम वापसी की तिथि समाप्त होने के बाद की रिपोर्ट भेज दी है.
फिलहाल भाजपा के पास 47 का आंकड़ा है. वहीं विपक्ष एकजुट रहा, तो उसके पास 33 विधायकों का वोट है. हालांकि माले के चुनाव में शामिल होने के कम आसार हैं. वहीं, पहले 48 विधायकों वाली सत्ता पक्ष के पास कमल किशोर भगत की सदस्यता जाने के बाद आंकड़ा 47 हो गया है.
लोहरदगा सीट पर उम्मीदवार खड़ा कर सकती है भाजपा
वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में बैठक कर रणनीति बनायी जायेगी
रांची : लोहरदगा विधायक कमल किशोर भगत की सदस्यता समाप्त होने के बाद राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं. इस बार भाजपा भी लोहरदगा सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी कर रही है.
इसको लेकर रणनीति बनायी जा रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में यह सीट आजसू के कोटे में चली गयी थी. इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह अंदेशा नहीं था कि लोहरदगा सीट पर ऐसा होगा. पिछले चुनाव में आजसू को सीट दी गयी थी. अब परिस्थितियां बदल गयी हैं.
वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को देखते हुए बैठक कर रणनीति बनायी जायेगी. जरूरत पड़ी तो पार्टी अपना उम्मीदवार भी खड़ा कर सकती है. पार्टी के पास इस सीट को लेकर कई उम्मीदवार हैं, जो चुनाव जीत सकते हैं. इधर, इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर कार्यकर्ता उत्साहित हैं. उनकी ओर से दावेदारी पेश की जा रही है. पिछले चुनाव में लोहरदगा सीट गंठबंधन में चले जाने पर भाजपा कार्यकर्ता को मौका नहीं मिल पाया था.
इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर कई नेताओं ने भाजपा का दामन भी थामा था. वहीं, दूसरे दल के नेता भी इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर तैयारी में जुट गये हैं. राजनीतिक सूत्रों का मानना है कि बिहार विधानसभा चुनाव के साथ लोहरदगा सीट पर भी चुनाव हो सकता है.
कोर्ट के फैसले की कॉपी विधानसभा को मिली
आजसू नेता कमल किशोर भगत को सात वर्ष की सजा सुनाये जाने संबंधित कोर्ट के फैसले की कॉपी विधानसभा को मिल गयी. गुरुवार की शाम छह बजे जिला प्रशासन की ओर से विधानसभा को आदेश की कॉपी उपलब्ध करायी गयी. विधानसभा फिलहाल कोर्ट के आदेश का अध्ययन कर रही है.
सूचना के मुताबिक शुक्रवार को विधानसभा सचिवालय विधायक की सदस्यता को लेकर औपचारिक फैसला करेगी. हालांकि आजसू नेता श्री भगत की सदस्यता सजा सुनाये जाने के बाद ही समाप्त हो गयी थी. विधानसभा की ओर से प्रक्रिया की औपचारिकता बाकी रह गयी है. विधानसभा सचिवालय पूरे मामले में आयोग को सूचना देगा.