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एचइसी की 456 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा

एचइसी के नगर प्रशासन विभाग ने जारी की रिपोर्ट छोटे-छोटे टुकड़ों में 1500 एकड़ जमीन है खाली रांची : एचइसी के पास महज 1500 एकड़ जमीन खाली है. वह भी छोटे-छोटे टुकड़ों में . इसके अलावा एचइसी की करीब 456 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण है. एचइसी के नगर प्रशासन विभाग के अनुसार, एचइसी के स्थापना […]

एचइसी के नगर प्रशासन विभाग ने जारी की रिपोर्ट
छोटे-छोटे टुकड़ों में 1500 एकड़ जमीन है खाली
रांची : एचइसी के पास महज 1500 एकड़ जमीन खाली है. वह भी छोटे-छोटे टुकड़ों में . इसके अलावा एचइसी की करीब 456 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण है. एचइसी के नगर प्रशासन विभाग के अनुसार, एचइसी के स्थापना के समय कुल 7,199
एकड़ जमीन थी,
जिसमें 2035 एकड़ जमीन एचइसी ने राज्य सरकार को, 158 एकड़ जमीन एचइसी ने सीआइएसएफ को और 303 एकड़ जमीन विभिन्न एजेंसियों को दे दी, 430 एकड़ जमीन में एचइसी के क्वार्टर हैं, 117 एकड़ जमीन पर ऑफिस है, 2194 एकड़ जमीन पर फैक्टरी (एचएमबीपी, एचएमटीपी, एफएफपी व मुख्यालय) है. वहीं एचइसी की 456 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण है. इसमें 306 एकड़ जमीन एचइसी को राज्य सरकार को देना है. वहीं 1500 एकड़ जमीन छोटे-छोटे टुकड़ों में खाली पड़ी हुई है.
अवैध निर्माण जारी
एचइसी की खाली जमीन पर प्रतिदिन अवैध निर्माण किये जा रहे हैं. हरमू बाइपास रोड, धुर्वा बस स्टैंड, गायत्री नगर, पटेल नगर, पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे आदि जगहों पर धड़ल्ले से जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है. पहले प्लास्टिक व बोरा से जमीन को घेरा जता है और फिर झुग्गी-झोपड़ी तैयार कर ली जा रही है.
कर्मियों की है कमी
नगर प्रशासन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अतिक्रमण का मुख्य कारण कर्मियों की कमी है. इस कारण नियमित रूप से पूरे क्षेत्र की पेट्रोलिंग नहीं होती है. लोगों द्वारा शनिवार और रविवार को अवैध निर्माण किया जाता है.
अतिक्रमण हटाने में प्रशासन नहीं कर रहा सहयोग
एचइसी की 456 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रबंधन द्वारा कई बार-बार जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है. लेकिन प्रशासन बार-बार पुलिस बल की कमी बता कर अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं चला पा रहा है.
वहीं जमीन अतिक्रमण मुक्त नहीं होने के कारण एचइसी का 111 करोड़ रुपया राज्य सरकार पर बकाया है. राज्य सरकार का कहना है एचइसी 306 एकड़ जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर दे, उसके बाद भुगतान किया जायेगा.

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