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विरोध करने पर अधिवक्ता को मारी थी गोली
खुलासा : अधिवक्ता सह पेट्रोल पंप संचालक की हत्या और लूट मामले में सरगना सहित चार गिरफ्तार रांची/सिल्ली : रांची पुलिस ने अधिवक्ता सह पेट्रोल पंप संचालक वीरेंद्र सिंह की हत्या व लूट मामले का खुलासा कर दिया है. इस मामले में सरगना व कांड का मास्टरमाइंड सहदेव महतो, अमन कुमार उर्फ सोनू उर्फ चिरकुट, […]
खुलासा : अधिवक्ता सह पेट्रोल पंप संचालक की हत्या और लूट मामले में सरगना सहित चार गिरफ्तार
रांची/सिल्ली : रांची पुलिस ने अधिवक्ता सह पेट्रोल पंप संचालक वीरेंद्र सिंह की हत्या व लूट मामले का खुलासा कर दिया है. इस मामले में सरगना व कांड का मास्टरमाइंड सहदेव महतो, अमन कुमार उर्फ सोनू उर्फ चिरकुट, सुभाष महतो उर्फ लालू व महिला सुमि देवी को गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी एसएसपी प्रभात कुमार ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में दी.
उन्होंने बताया कि लूट का विरोध करने के दौरान वीरेंद्र सिंह अपराधियों से भिड़ गये थे और रुपयों का बैग अपराधी को नहीं दे रहे थे. इसी दौरान रुपये लूटने के क्रम में उन्हें गोली मार दी गयी थी. गोली उनकी छाती में लगी थी, जिसके कारण घटनास्थल पर उनकी मौत हो गयी थी.
संवाददाता सम्मेलन में ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, डीएसपी सिल्ली अनिल शंकर, सिल्ली थानेदार सुजीत राय, अनगड़ा थानेदार जय गोविंद प्रसाद, टाटीसिलवे थानेदार रामबाबू मंडल, मुरी ओपी प्रभारी राजेश कुमार थी उपस्थित थे.
आरपीएफ हवलदार का पुत्र है सोनू उर्फ चिरकुट : अमन कुमार उर्फ सोनू उर्फ चिरकुट आरपीएफ हवलदार एएन सिंह का पुत्र है. इसमें गोली मारने वाले सहित अन्य छह अपराधी बोकारो के निवासी है. उनके पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो बाइक, खून लगे रुपये सहित 26,800 रुपये बरामद किये गये हैं. हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल व बाकी रुपये बरामद नहीं किये जा सके हैं.
कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है सहदेव : ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि सहदेव कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. बोकारो के चास तक के ग्रामीण इलाका, जमशेदपुर के पटमदा, चौका, चांडिल, ओड़िशा, सरायकेला सहित कई स्थानों पर वह घटना को अंजाम दे चुका है. उस पर राज्य के विभिन्न थाना में कई प्राथमिकी दर्ज हैं. पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
कैसे हुआ मामले का खुलासा
एसएसपी ने बताया कि पुलिस को इस केस के मास्टर माइंड सह सरगना सिल्ली (मुरी) निवासी सहदेव महतो पर शक हुआ. पुलिस ने उसके मोबाइल को सर्विलांस में डाल कर उसे पकड़ा.
सहदेव ने पुलिस को बताया कि इस घटना में सिल्ली (मुरी) के तीन और बाकी सभी अपराधी बोकारो के रहनेवाले हैं. घटना को अंजाम देने के बाद सभी लोग बोकारो के बीएस सिटी थाना क्षेत्र के दुगल गेट, एलएच कॉलोनी निवासी सुमि देवी के घर पहुंचे और इसी स्थान पर रुपये का बंटवारा हुआ.
10-15 दिन से की जा रही रेकी
एसएसपी को अपराधियों ने बताया कि 10-15 दिन से वे लोग अधिवक्ता की रेकी कर रहे थे. प्रत्येक दिन 12 बजे से तीन बजे के बीच वीरेंद्र सिंह रुपये जमा कराने जाते थे. आठ अप्रैल को पंप का नोजल खराब हो गया था, इसलिए वीरेंद्र सिंह दो बजे तीन लाख रुपये लेकर जमा कराने जा रहे थे.
घाट द्वार के समीप पहले से घात लगाये सोनू उर्फ चिरकुट समेत पांच अपराधी उनका इंतजार कर रहे थ़े उन लोगों ने अधिवक्ता पर हमला कर दिया़ पांचों के साथ करीब बीस मिनट तक वीरेंद्र सिंह ने संघर्ष किया़ इसी दौरान वीरेंद्र सिंह को गोली मारी गयी. शूटर अभी पुलिस की गिरफत से बाहर है वह बोकारो का रहनेवाला है़
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