किशोरी ने बताया कि दस्ते में कई लड़कियां भी हैं. उनसे नकुल यादव और रवींद्र गंझू बरतन साफ करवाने, सामान मंगवाने आदि का काम लेता है. महिलाओं के साथ दस्ते के सदस्यों ने गलत काम भी किया है. संगठन में शामिल किसी भी बच्चे को स्कूल या घर जाने की अनुमति नहीं है.
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मुठभेड़ में घायल नाबालिग नक्सली का खुलासा: नकुल यादव के दस्ते में हैं 22 नाबालिग नक्सली
रांची: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के कमांडर नकुल यादव के दस्ते में करीब 22 नक्सली ऐसे हैं, जो नाबालिग हैं. रिम्स में इलाज करवा रही नाबालिग नक्सली ने रविवार को इसका खुलासा किया है. वह गत शनिवार की सुबह लातेहार में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गयी थी. गिरफ्तारी के बाद पुलिस […]
रांची: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के कमांडर नकुल यादव के दस्ते में करीब 22 नक्सली ऐसे हैं, जो नाबालिग हैं. रिम्स में इलाज करवा रही नाबालिग नक्सली ने रविवार को इसका खुलासा किया है. वह गत शनिवार की सुबह लातेहार में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गयी थी. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसका रिम्स में इलाज करा रही है.
16 वर्षीय इस नक्सली ने बताया कि नकुल यादव का दस्ता उसे पांच माह पूर्व घर से उठा कर ले गया था. इस बीच वह एक बार दस्ते से भाग कर घर पहुंची, लेकिन पीछे से नक्सली भी पहुंचे और उसे फिर घर से ले गये. विरोध करने पर पूरे परिवार को मार देने की धमकी दी गयी थी. अंतत: उसे संगठन में शामिल होना पड़ा. उसने बताया कि गत शनिवार को वह दस्ते के सदस्यों के साथ लातेहार से लोहरदगा लौट रही थी. दस्ता का नेतृत्व नकुल यादव कर रहा था. इसी दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गयी.
किशोरी के अनुसार गत दिनों लोहरदगा में तीन लोगों की जो हत्या की घटना घटी थी, उसे नकुल यादव के दस्ते ने ही अंजाम दिया था. उसने यह भी बताया कि नकुल यादव का स्वभाव काफी क्रूर है. इलाके में उसका इतना खौफ है कि लोग अपने बच्चे तक को घर से संगठन में भेज देते हैं. महिला नक्सली के अनुसार उसे संगठन में हथियार चलाने की ट्रेनिंग नहीं दी गयी है. उसे नक्सली साहित्य, गाने और सांस्कृतिक कार्यो की जानकारी दी जाती थी.
क्या-क्या किया खुलासा
नकुल यादव करता है लड़कियों का शोषण
बच्चियों का काम है बरतन साफ करना व सामान लाना
दस्ते में शामिल बच्चों के स्कूल या घर जाने पर रोक
संगठन में शामिल नहीं होने पर दी जाती है परिजनों को जान से मारने की धमकी
डर से ग्रामीण अपने बच्चों को भेज रहे हैं संगठन में
इलाके में नकुल का खौफ
नक्सली से मिले ग्रामीण व गुमला एसपी
रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में भरती महिला नक्सली से मिलने रविवार की शाम ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा व गुमला के एसपी भीमसेन टूटी पहुंचे. पुलिस अधिकारियों ने महिला नक्सली से काफी देर तक बात की. इधर, नक्सली के दोनों पैरों का एक्सरे किया गया. सजर्री के डॉ विनय प्रताप की देखरेख में नक्सली का इलाज चल रहा है. चिकित्सकों ने बताया कि गोली पैर में फंसी हुई नहीं है. एहतियात के तौर उसे ट्रॉमा सेंटर में रखा गया. महिला नक्सली को पूरी सुरक्षा दी गयी है. दो महिला व चार हथियारबंद पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गयी है.
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