रांची: राज्य के सरकारी स्कूलों के दस लाख छात्र जमीन पर बैठक कर पढ़ने को बाध्य हैं. इनके बैठने के लिए बेंच व डेस्क की व्यवस्था नहीं है. राज्य के 42 हजार प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में लगभग 45 लाख बच्चे पढ़ते हैं.
15 हजार नव प्राथमिक विद्यालयों में से अधिकांश में छात्रों के बैठने के लिए बेंच-डेस्क की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा पुराने प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में भी छात्रों को फर्श पर बैठना पड़ता है.
जिन स्कूलों में कुछ बेंच है, वहां कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को ही बेंच पर बैठाया जाता है. कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को फर्श पर बैठना पड़ता है. सूत्रों के अनुसार झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा स्कूलों पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, इसके बाद भी स्कूलों में बच्चों के बैठने की सुविधा नहीं मिलना दुर्भाग्यजनक है.