रांची: मुख्यमंत्री आवास में रंग-रोगन व रिपेयर का काम होना है. इसके लिए भी भवन निर्माण विभाग को इंतजार करना पड़ रहा है, क्योंकि विभाग बिना टेंडर के वहां काम नहीं लगा सकता है.
सारी प्रक्रिया पूरा होने के बाद ही वहां काम लगेगा. काम पूरा होने के बाद ही मुख्यमंत्री वहां शिफ्ट करेंगे. यानी भवन निर्माण विभाग के काम करने की प्रणाली बदल रही है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खुद आदेश दिया है कि बिना टेंडर काम नहीं कराना है, चाहे वह मुख्यमंत्री आवास का ही काम क्यों न हो. यानी विभाग छोटा-छोटा काम भी बिना टेंडर के नहीं करा सकेगा.
मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद ही रांची भवन प्रमंडल एक ने करीब 22 लाख रुपये के कार्यो का टेंडर निकाला है. विभाग ने जल्द काम कराने के लिए अति अल्पकालीन टेंडर निकाला है, ताकि काम जल्द से जल्द हो सके और उसमें मुख्यमंत्री शिफ्ट हो सके. आवास में कोई बड़ा काम भी नहीं कराना है. मामूली व जरूरी काम करा कर मुख्यमंत्री उसमें शिफ्ट कर जायेंगे.
भवन विभाग के कार्यो से अवगत हैं सीएम: मुख्यमंत्री रघुवर दास पूर्व में भवन निर्माण विभाग के भी मंत्री रहे हैं, इसलिए वह विभाग के क्रियाकलापों से अच्छी तरह अवगत हैं. उन्हें पहले काम और बाद में टेंडर की परिपाटी भी मालूम है. ऐसी स्थिति में उन्होंने सबसे पहले अपने ही आवास से सख्ती शुरू की है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि बिना नियम के कहीं भी काम नहीं करना है. फिर चाहे वह किसी का भी आवास हो.
क्या-क्या काम करना है
आवास के बाहर व अंदर रंगाई
आवास की मरम्मत
छत की वाटरप्रूफिंग
जो टेंडर निकला है
योजना का नाम राशि
सीएम आवास की विशेष मरम्मत 12.15 लाख
सीएम आवास के छत की मरम्मत 5.50 लाख
सीएम आवास के गैरेज की मरम्मत 4.48 लाख