रांची: पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को साफ कर दिया कि वह मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हैं. उन्होंने यह बात पार्टी नेतृत्व तक भी पहुंचा दी है. अपने आवास पर पत्रकारों से श्री मुंडा ने कहा : मैं चुनाव हार चुका हूं. मेरे क्षेत्र की जनता ने जो फैसला दिया है, उसका सम्मान करते हुए मैं मुख्यमंत्री की रेस में नहीं हूं.
जो जनादेश मुङो मिला है, उसमें मैं मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं हो सकता. आनेवाले दिनों में मैं एक कार्यकर्ता के रूप में काम करना चाहता हूं. पार्टी मुङो संगठन के लिए जो भी जवाबदेही देगी, एक कार्यकर्ता के नाते मैं करूंगा. पार्टी और जनता ने मुङो हमेशा स्नेह और सम्मान दिया है.
मैं कार्यकर्ता था और रहूंगा : श्री मुंडा ने उन विधायकों के प्रति आभार जताया, जिन्होंने उनके लिए सीट छोड़ने का प्रस्ताव दिया है. मुख्यमंत्री क्या आदिवासी होगा या गैर आदिवासी, इस मुद्दे पर श्री मुंडा ने कहा : भाजपा एक समग्र सोच के साथ संपूर्ण विकास को ध्यान में रखते हुए यहां की भावना को समझते हुए फैसला करेगी. संगठन में भूमिका के सवाल पर कहा : पहले तो कार्यकर्ता का दायित्व निभायेंगे. बाकी सब ओर्नामेंटल होता है. कार्यकर्ता और जनता की बदौलत ही मेरी पहचान है. बड़ा और छोटा ओहदा कोई विषय नहीं होता. मैं कार्यकर्ता था और रहूंगा.