रांची/हटिया: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बेरमाद निवासी महेंद्र तिर्की के अपहृत पुत्र अनुराग तिर्की (25 वर्ष) का क्षत-विक्षत शव गुरुवार को कर्रा के महुआ टोली से बरामद हुआ. गुरुवार को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. महेंद्र तिर्की के अनुसार गुरुवार को किसी ने सूचना दी कि कर्रा क्षेत्र के महुआ टोली में एक […]
रांची/हटिया: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बेरमाद निवासी महेंद्र तिर्की के अपहृत पुत्र अनुराग तिर्की (25 वर्ष) का क्षत-विक्षत शव गुरुवार को कर्रा के महुआ टोली से बरामद हुआ. गुरुवार को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
महेंद्र तिर्की के अनुसार गुरुवार को किसी ने सूचना दी कि कर्रा क्षेत्र के महुआ टोली में एक शव क्षत-विक्षत हाल में पड़ा है. इसी सूचना पर वह वहां पहुंचे और उसकी शिनाख्त अनुराग तिर्की के रूप में की. परिजनों के अनुसार शव का कुछ ही हिस्सा मिला. सिर व शरीर के कई हिस्से अब तक नहीं मिले हैं. इधर, मृतक अनुराग के साथ गया 12 वर्षीय किशोर अपहरणकर्ता के चंगुल से छूट कर अपना घर पहुंचा और घटना की जानकारी दी.
हत्याकांड में किसका हाथ है, पुलिस इसकी जांच कर रही है. महेंद्र तिकी ने पुलिस को बताया कि अनुराग ने हुडिंदाग में कुछ दिन पहले एक क्रशर लिया था. क्रशर को लेकर पीएलएफआइ के सदस्यों से उसकी बकझक भी हुई थी. कुछ दिन पहले अनुराग ने 60 हजार रुपये लेवी दिया था. उससे 20 हजार रुपये और मांगे जा रहे थे.
22 दिसंबर से लापता था अनुराग तिर्की
मृतक के पिता के अनुसार 22 दिसंबर को अनुराग तिर्की और 12 वर्षीय किशोर हुडिंदाग जाने कि बात कह घर से निकले थे. अनुराग तिर्की ट्रैक्टर चलवाता था. अनुराग के ट्रैक्टर में लेबर का काम करनेवाला बुतरु उरांव ने उसे फोन कर बुलाया था. शराब लाने की भी बात कही थी. उसके बाद से ही अनुराग नहीं लौटा, जबकि किशोर उसी दिन आठ बजे रात में लौट गया. उसने अनुराग के परिजनों को बताया कि अनुराग को पांच-छह आदमी मारपीट कर जंगल की तरफ ले गये हैं. इसकी सूचना महेंद्र तिर्की ने तुपुदाना पुलिस को दी और प्राथमिकी दर्ज करायी.
बुधवार को बरामद हुए थे कपड़े
बुधवार को अनुराग का खून लगा पैंट, शर्ट एवं चप्पल बरामद हुआ था. गुरुवार को अनुराग के शरीर का कुछ भाग कर्रा के महुआ टोली के समीप से बरामद किया गया. शरीर हिस्से की पहचान मृतक के पिता ने की. कुछ दिन पहले ही अनुराग की शादी हुई थी.