18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

समर्थन लेने में हेमंत सोरेन को छूटे पसीने

रांचीः निर्दलीय विधायकों को राज्य की चिंता सता रही है. निर्दलीयों का कहना है कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो–कांग्रेस गंठबंधन सरकार को केवल विकास की शर्त पर समर्थन दिया गया है. पहले समर्थन देने के लिए हेमंत के पसीने छुड़ा दिये. दर–दर घुमाया. अब विकास का दम भर रहे हैं. एनोस एक्का ने […]

रांचीः निर्दलीय विधायकों को राज्य की चिंता सता रही है. निर्दलीयों का कहना है कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमोकांग्रेस गंठबंधन सरकार को केवल विकास की शर्त पर समर्थन दिया गया है. पहले समर्थन देने के लिए हेमंत के पसीने छुड़ा दिये. दरदर घुमाया. अब विकास का दम भर रहे हैं.


एनोस
एक्का ने राज्यहित में 15 सूत्री मांगों को रखा है. इसमें राज्य के विकास का कोई कोना नहीं छोड़ा गया है. लिस्ट में वृद्धों को पेंशन सुविधा देने से लेकर जल, जंगल और जमीन पर ग्रामसभा को अधिकार देना तक शामिल है. हरिनारायण राय ने कहा है कि उन्होंने राज्यहित और लोकहित में समर्थन दिया है. राज्य के विकास के लिए झामुमोकांग्रेस गंठबंधन ने समुचित योजना बनाने और सड़कों की स्थिति में सुधार लाने को कहा है. इन्हीं शर्तो पर गंठबंधन को समर्थन दिया गया है.


विधायक
गीता कोड़ा ने अपने कार्यकर्ताओं का मन रखते हुए समर्थन देने की बात कही है. गीता कोड़ा की शर्त है कि चाइबासा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो. बंधु तिर्की और चमरा लिंडा ने अपनी पुरानी मांगों के साथ समर्थन पत्र सौंपा है. बंधु आदिवासियों की समस्याएं सुलझाने और स्थानीय नीति तय करने के नाम पर समर्थन देने की बात कर रहे हैं. वहीं, चमरा लिंडा ने आदिवासी छात्र मोरचा की पुरानी मांग सरना धर्म कोड लागू करने और स्थानीयता का समाधान निकालने का वादा लिया है. दो अन्य विधायक अरूप चटर्जी और विदेश सिंह को भी अपनेअपने क्षेत्रों की चिंता है. दोनों ने अपनेअपने क्षेत्र में विकास की शर्त पर समर्थन सौंपा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें