रांची: रांची विवि अंतर्गत 22 स्नातकोत्तर विभागों में सत्र 2014-15 से ही एमफिल में नामांकन लिये जायेंगे. रेगुलेशन पास नहीं होने के कारण सत्र 2013-14 में नामांकन नहीं हो सका था.
राज्यपाल व सरकार से एमफिल रेगुलेशन की स्वीकृति मिलने के बाद रांची विवि परीक्षा बोर्ड ने गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की सहमति दे दी. इस सत्र से अब प्रत्येक विभाग में एमफिल में 10-10 सीटों पर ही नामांकन होगा. यह प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर लिया जायेगा.
नामांकन के लिए सामान्य विद्यार्थियों के लिए स्नातकोत्तर में कम से कम 55 प्रतिशत व एसटी/एससी विद्यार्थियों के लिए कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए. राज्यपाल ने तीन जून 2014 से रेगुलेशन की स्वीकृति दी है. बैठक में प्रतिकुलपति डॉ एम रजिउद्दीन, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, डीन सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.
गलत रोल नंबर लिखा, मांगी माफी
बैठक में योगदा सत्संग महाविद्यालय स्नातक पार्ट थ्री की छात्र गुंजा कुमारी के मामले को रखा गया. इसमें पाया गया कि छात्र ने पेपर आठ में अपना रोल नंबर गलत लिखा था. जिससे गुंजा का रिजल्ट अनुत्तीर्ण हो गया. उक्त छात्र ने विवि में सूचना के अधिकार के माध्यम से उत्तरपुस्तिका देखने की मांग की. इसमें वह उत्तीर्ण थी. रोल नंबर गलत लिखने के कारण उत्तरपुस्तिका खोजने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. बाद में रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर उत्तरपुस्तिका की खोज हुई. इसमें पाया गया कि छात्र ने गलत रोल नंबर लिखा था. छात्र ने विवि से इस बाबत माफी मांगी. साथ ही मौलाना आजाद केंद्र के वीक्षक को भी फटकार लगी. उक्त वीक्षक ने भी विवि से माफी मांगी. इसके बाद विवि ने गुंजा कुमारी को उत्तीर्ण का रिजल्ट जारी करने की अनुमति प्रदान कर दी गयी.
फेल हुए 42 में सात स्क्रूटनी में उत्तीर्ण
कुलपति डॉ एलएन भगत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्नातकोत्तर उर्दू विभाग के सेमेस्टर टू के अनुत्तीर्ण 42 विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका की स्क्रूटनी बाह्य परीक्षक से करायी गयी. इसमें सात विद्यार्थी ही उत्तीर्ण मिले. बाह्य परीक्षक की रिपोर्ट को स्वीकृत कर लिया गया.