रांची: शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए रांची नगर निगम ने शहर में 70 से अधिक बस पड़ावों का निर्माण कराया है. इनके निर्माण का मुख्य मकसद सिटी बस यहां रुके और यात्रियों को बैठाये. पर, आज इन बस पड़ावों की स्थिति बदतर हो गयी है. कई पड़ाव में लगायी गयी लोहे की कुर्सियां गायब हो चुकी हैं. किसी पड़ाव में जूस स्टॉल खुल गया है, तो कहीं वाहनों के पंर बनाये जा रहे हैं.
70 से ज्यादा पड़ाव
सिटी बसों के ठहराव के लिए रांची नगर निगम ने शहर की छह प्रमुख सड़कों बिरसा चौक से रातू रोड, रातू रोड से कांके रोड, राजभवन से बरियातू होते हुए बूटी मोड़, बूटी मोड़ से कांटाटोली चौक, कांटाटोली चौक से सुजाता चौक होते हुए बिरसा चौक, कांटाटोली चौक से लालपुर होते हुए कचहरी तक 70 से अधिक बस पड़ावों का निर्माण कराया है.
एजेंसियों को छूट
निगम ने इस बस पड़ावों का निर्माण कार्य शहर की पांच एजेंसियों सेलवेल, ओमेड, प्रतिभा, राष्ट्रीय एडवर्टाइजर्स, लक्ष्य मीडिया को दिया था. इन एजेंसियों को यह छूट दी गयी थी कि बस पड़ाव के निर्माण के साथ ये एजेंसियां इन पड़ावों में अपना विज्ञापन पट्ट भी लगा सकती हैं.
नहीं रुकती सिटी बसें
आज स्थिति है कि इन पड़ावों पर एक भी सिटी बस नहीं रुकती है. बस चालक अपनी बस को जहां-तहां रोक कर सवारी उठाते और उतारते हैं. बसें यहां रुके, इसका कोई नियम न तो नगर निगम ने बनाया, न ही बसों का संचालन कर रही एजेंसी जेटीडीसी ने. नतीजा, सिटी बसों द्वारा सड़क से सवारी उठाने पर रोड जाम होता है.