एजेंसियां, न्यूयॉर्करीढ़ की हड्डी में आयी चोट यानी स्पाइनल कॉर्ड इंज्यूरी (एससीआइ) प्रगतिशील मस्तिष्क को विकृत कर सकती है. यह बात एक नये अध्ययन में सामने आयी है. निष्कर्ष में पता चला है कि एससीआइ संज्ञात्मक समस्याओं और अवसाद के साथ व्यापक और निरंतर मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकती है, जिससे तंत्रिका कोशिकाओं की प्रगति रु क जाती है.इस अध्ययन के नेतृत्वकर्ता और अमेरिका के मैरीलैंड विश्वविद्यालय के चिकित्सा स्कूल (यूएम एसओएम) के शोधकर्ता एलन फाडेन ने कहा कि पहली बार हमारे अध्ययन में पता चला कि पृथक एससीआइ से प्रमुख मस्तिष्क क्षेत्रों में मस्तिष्क कोशिकाओं की प्रगति में नुकसान हो सकता है.पशुओं पर प्रमाणितयूएम एसओएम के इए रीसे ने कहा कि रीढ़ की हड्डी की चोट के समग्र प्रभाव के बारे में हमारी समझ में एक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय प्रगति है. मस्तिष्क में आयी विकृति को विभिन्न प्रयोगात्मक मॉडल और पशुओं पर प्रमाणित किया गया.ढूंढने होंगे कारगर इलाजरीसे ने कहा कि रीढ़ की हड्डी में चोट और मस्तिष्क के कार्य के बीच की कड़ी अब और अधिक स्पष्ट है और हमें विश्वास है कि इस क्षेत्र में आगे होने वाले अनुसंधान इस विनाशकारी चोट के इलाज के लिए नये तरीके पेश करेंगे और शायद यह भी मस्तिष्क पर इसके प्रभाव को कम करेगा. यह अध्ययन सेल साइकिल एंड जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित हुआ है.
रीढ़ की हड्डी की चोट का असर दिमाग पर
एजेंसियां, न्यूयॉर्करीढ़ की हड्डी में आयी चोट यानी स्पाइनल कॉर्ड इंज्यूरी (एससीआइ) प्रगतिशील मस्तिष्क को विकृत कर सकती है. यह बात एक नये अध्ययन में सामने आयी है. निष्कर्ष में पता चला है कि एससीआइ संज्ञात्मक समस्याओं और अवसाद के साथ व्यापक और निरंतर मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकती है, जिससे तंत्रिका कोशिकाओं की […]
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