रांची: राजधानी में मतदाता सूची में गड़बड़ी के कई मामले सामने आये हैं. मतदाता पुनरीक्षण के दौरान लालपुर चौक के पास रहनेवाले उच्च न्यायालय के जस्टिस एनएन तिवारी का नाम वोटर लिस्ट से ही हटा दिया गया है. जनप्रतिनिधियों को जो मतदाता सूची उपलब्ध करायी गयी है, उसमें जस्टिस नरेंद्र नाथ तिवारी के नामवाले कॉलम में डिलिट का ठप्पा लगा हुआ है.
कांके विधानसभा क्षेत्र से राजधानी सदर के पूर्व एसडीओ शेखर जमुआर और उनकी पत्नी का नाम भी मतदाता सूची से हटानेवाले प्रस्ताव में डाला हुआ है. बेवसाइट पर जारी मतदाता सूची में श्री जमुआर व उनकी पत्नी के नाम के सामने फोटो अनुपलब्ध बताया गया है.
इस संबंध में श्री जमुआर ने कहा कि उनके पास कोई बीएलओ नहीं आया है.
भाजपा नेता का भी नाम हटा : मतदाता सूची से भाजपा के नेता राजेंद्र प्रसाद केसरी का नाम भी हटा दिया गया है. सूची में उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम हैं, लेकिन उनका नाम नहीं है. श्री केसरी ने बताया कि बीएलओ आता नहीं है. उनको खोजना पड़ता है. कोई फोटो लेने नहीं आया था.
राजधानी में 86000 वोटरो कां नाम हटाने का प्रस्ताव : राजधानी में 86 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम हटाने का प्रस्ताव है. राजधानी की जो मतदाता सूची है, उसमें से इतने मतदाताओं के या तो नाम के साथ फोटो नहीं है या वे कहीं चले गये हैं. नाम हटाने से पहले जिला प्रशासन मतदाताओं से आपत्ति भी मांग रहा है. आपत्ति की तिथि पूरी होने के बाद ही नाम हटाने की प्रक्रिया पूरी की जाती है.
पहले की तरह रहनेवालों को भी शिफ्ट बता दिया : मतदाता सूची में शिकायत मिलने के बाद चुटिया के कुछ लोगों की स्थिति का मिलान फार्म-7 के आधार पर किया गया. हालांकि इस मामले में इआरओ (इलेक्शन रिटर्निग अफसर) ने कोई आदेश नहीं जारी किया है. लेकिन कई लोगों को इस फार्म में शिफ्ट बताया गया है. मिलान में पाया गया है कि कई ऐसे नाम हैं, जो अपने पुश्तैनी घर में पूर्व की तरह रह रहे हैं. लेकिन, उनका नाम शिफ्ट की सूची में डाल दिया गया है.