सात वरीय निदेशक के रहते दिया अतिरिक्त प्रभारसेवा नियमावली व कार्यपालिका नियमावली का उल्लंघन वरीय संवाददाता रांचीएमजीएम, जमशेदपुर में एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर डॉ आरवाइ चौधरी को निदेशक प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इसमें स्वास्थ्य सेवा नियमावली-2011 के उस प्रावधान की अनदेखी की गयी है, जिसमें कहा गया है कि सीनियर मोस्ट चिकित्सा पदाधिकारी को ही निदेशक प्रमुख बनाया जा सकता है. वर्तमान में निदेशालय में निदेशक स्तर के सात अधिकारी हैं, जो डॉ चौधरी से वरीय हैं. शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले को निदेशक प्रमुख बनाना भी अव्यावहारिक है. निदेशक प्रमुख का पद विभागाध्यक्ष का पद होता है. कार्यपालिका नियमावली के तहत ऐसे पद पर चयन की सहमति मुख्यमंत्री से लेनी होती है. डॉ चौधरी के मामले में इस प्रावधान की भी अनदेखी की गयी. स्वास्थ्य मंत्री के अनुमोदन मात्र से ही विभाग ने डॉ चौधरी को निदेशक प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार देने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी है. खुद को स्वस्थ बताया : अधिसूचना जारी होने के दिन 14 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग में रात तक खींचतान चलती रही. डॉ चौधरी को अतिरिक्त प्रभार देने संबंधी आदेश पहले जारी किया गया था. इसमें निवर्तमान निदेशक प्रमुख डॉ सुमंत मिश्रा के खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया गया था. इसकी सूचना मिलने पर डॉ मिश्रा ने उसी वक्त विभाग में एक फैक्स किया. इसमें उन्होंने अपने को पूर्ण स्वस्थ बताया. इसके बाद विभाग में असमंजस की स्थिति बन गयी. फिर टॉप लेबल पर यह निर्णय हुआ कि इसकी अधिसूचना जारी कर दी जाये. फिर मुख्यमंत्री की सहमति के बगैर संयुक्त सचिव शुभ्रा वर्मा के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी की गयी. विभाग स्वस्थ नहीं मान रहा : गौरतलब है कि हृदय संबंधी परेशानी के बाद डॉ सुमंत मिश्रा को 24 जुलाई को रिम्स में पेस मेकर लगाया गया था. पेस मेकर लगने के बाद 28 जुलाई से डॉ मिश्रा ने कार्य शुरू कर दिया था. उन्होंने अनुबंध कर्मियों के साथ वार्ता में हिस्सा लिया. उनका अनशन समाप्त कराने वरीय अधिकारियों के साथ धरना स्थल पर गये. दिल्ली में आयोजित एक कार्यशाला में भी हिस्सा लिया. मुख्य सचिव के साथ मेडिकल सीटों के मुद्दे पर आयोजित बैठक में भाग लिया. यही नहीं विभाग में खुद फैक्स भेज कर खुद को पूर्ण स्वस्थ भी बताया, पर विभाग उन्हें स्वस्थ मान नहीं रहा. इधर डॉ मिश्रा ने खुद को गलत तरीके से हटाये जाने को लेकर झारखंड उच्च न्यायालय में मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, संयुक्त सचिव व अपर सचिव के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. वर्जन :निदेशक प्रमुख के पद से हटाया जाना विवादास्पद मामला है. जहां तक स्वास्थ्य की बात है, तो मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं तथा निदेशक प्रमुख के सारे कार्य करता रहा हूं. डॉ सुमंत मिश्रा, निवर्तमान निदेशक प्रमुख वर्जन बगैर सीएम के अनुमोदन अधिसूचना कैसे जारी हुई, यह तो टेक्निकलिटी में जाना होगा. यह तो कार्यकारी व्यवस्था है. शुभ्रा वर्मा, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विभाग
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मनमाने तरीके से बनाये गये निदेशक प्रमुख
सात वरीय निदेशक के रहते दिया अतिरिक्त प्रभारसेवा नियमावली व कार्यपालिका नियमावली का उल्लंघन वरीय संवाददाता रांचीएमजीएम, जमशेदपुर में एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर डॉ आरवाइ चौधरी को निदेशक प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इसमें स्वास्थ्य सेवा नियमावली-2011 के उस प्रावधान की अनदेखी की गयी है, जिसमें कहा गया है कि सीनियर मोस्ट चिकित्सा […]
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