रांची : राज्य महिला आयोग में बुधवार को 21 मामलों की सुनवाई हुई. अधिकतर मामले पश्चिमी सिंहभूम, रांची, गोड्डा, चतरा, रामगढ़, सिमडेगा, पलामू और गढ़वा के मामलों में महिला प्रताड़ना, पुरुषों द्वारा भरण-पोषण नहीं दिये जाने और पत्नी का दरजा नहीं दिये जाने से संबंधित थे. कुछ मामलों में जमीन विवाद का मसला भी आया. एक मामले में लीव इन रिलेशन का मुद्दा भी उठा. रांची की एक महिला का आरोप था कि उसके पति ने उसके जीवित रहने के बावजूद भी दूसरी शादी कर ली. अब भरण-पोषण के लिए पैसे भी नहीं दिये जाते हैं. आयोग ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद आपसी समझौते का सुझाव दिया है. अगली तिथि में मामला निष्पादित किया जायेगा. चाईबासा जिले की एक युवती ने प्रेमी पर आरोप लगाया है कि आरोपी युवक उसके साथ तीन वर्षों तक रहा. अब विवाह करने से मना कर रहा है. मामले की सुनवाई अब अगली तिथि को होगी. दहेज प्रताड़ना के मामले में एक महिला ने अपने सास-ससुर पर दहेज मांगने का आरोप लगाया. अगली सुनवाई में दोनों पक्षों को बुलाया गया है. पलामू के एक मामले में जमीन को लेकर आपसी झगड़े को भी सुलझाया गया. इसी परिवार की एक महिला ने अपने गोतिया के भाई पर आरोप लगाया कि उसकी जमीन हड़पना चाहते हैं. आयोग ने दोनों पक्षों को आपसी समझौते के लिए 15 दिनों समय दिया है.
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महिला आयोग में 21 मामलों की सुनवाई
रांची : राज्य महिला आयोग में बुधवार को 21 मामलों की सुनवाई हुई. अधिकतर मामले पश्चिमी सिंहभूम, रांची, गोड्डा, चतरा, रामगढ़, सिमडेगा, पलामू और गढ़वा के मामलों में महिला प्रताड़ना, पुरुषों द्वारा भरण-पोषण नहीं दिये जाने और पत्नी का दरजा नहीं दिये जाने से संबंधित थे. कुछ मामलों में जमीन विवाद का मसला भी आया. […]
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