सिमडेगा: झामुमो कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पूर्व विधायक नियेल तिर्की के नेतृत्व में एनएच के जूनियर इंजीनियर (जेई) सुनील कुमार और बड़ा बाबू पंकज कुमार को हलवाई पुल के पास बंधक बनाया. उनकी पिटाई की. भला-बुरा कहा.
सभी एनएच 143 की बदहाली व मरम्मत के नाम पर राशि के दुरुपयोग से आक्रोशित थे. झामुमो कार्यकर्ताओं ने दिन के करीब 11 बजे मुख्य पथ के किनारे बैठा कर दोनों अधिकारियों के हाथों में पोस्टर थमा दिया. वहां से गुजरनेवाले यात्राियों से जेई को माला पहनवाया. बस कंडक्टर व यात्राियों से जेई को पांच-दस रुपये चंदा दिलवाया.
एसडीओ पहुंचे, मुक्त कराया : सात घंटे बाद एसडीओ कार्तिक प्रभात वहां पहुंचे व दोनों अधिकारियों को मुक्त कराया. एसडीओ ने दो दिन में सड़क मरम्मत का काम शुरू कराने का आश्वासन दिया.
एनएच पर गड्ढे ही गड्ढे : एनएच 143 की स्थिति ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से भी बदतर हो गयी है. बांसजोर से लेकर कोलेबिरा तक गड्ढे ही गड्ढे हैं. करोड़ों रुपये की लागत से कई पुल बना दिये गये, किंतु एप्रोच पथ पर गार्ड वाल नहीं बनाये गये. पानी के बहाव के कारण मिट्टी का कटाव खतरनाक स्तर पर जारी है. पिछले वर्ष गड़गड़झरिया पुल के पास गार्डवाल नहीं रहने के कारण रोड कटाव से पांच दिनों तक एनएच जाम हो गया था. विभाग के अधीक्षण अभियंता आये. काम कराने का आश्वासन देकर चले गये. एक वर्ष से भी ज्यादा समय गुजर गया. गार्ड वाल नहीं बना. उक्त स्थल पर कटाव शुरू हो गया है.
रोड के नाम पर बंदरबांट : नियेल
पूर्व विधायक नेता नियेल तिर्की ने कहा कि एनएच मरम्मत के नाम पर 50 लाख रुपये का बंदरबांट कर लिया गया. पुन: मरम्मत के लिए 23 लाख रुपये का टेंडर निकला. किंतु टेंडर निष्पादन से पहले ही का काम शुरू कर दिया गया है. श्री तिर्की ने कहा कि हलुवाई पुल के पास जमीन का अधिग्रहण किया गया है, जिसका मुआवजा किसानों को नहीं दिया गया. हलवाई पुल के पास लगभग 60 लाख की लागत से डायवर्सन का निर्माण किया गया था. उस पर एक दिन भी लोग नहीं चले. डायवर्सन पानी के बहाव के कारण ध्वस्त हो गया. जिले में हर स्तर पर लूट मची है. बांसजोर से लेकर कोलेबिरा तक रोड की स्थिति बदतर हो गयी है. जब तक विभाग के वरीय अधिकारी यहां पर नहीं आते, तब तक जेई तथा बड़ा बाबू को नहीं छोड़ा जायेगा.
मंत्रियों-विधायकों ने पहले भी किये हैं अमर्यादित व्यवहार
2012 में लातेहार में पूर्व शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम ने अभियंता को पीटा
29 मार्च 2012 को विधायक उमाशंकर अकेला ने बिरसा चौक पर जमादार लुइस मिंज को पीटा
विधायक पौलुस सुरीन ने 2012 में रातू रोड में ट्रैफिक पुलिस को पीटा
अप्रैल 2011 में गोड्डा के विधायक संजय यादव ने आइएएस अधिकारी को पीटा
2011 में विधायक ढुल्लू महतो ने पीएमसीएच के अधीक्षक को पीटा