मुख्यमंत्री ने झंडोत्तोलन किया, कहा :स्थानीय युवकों को रोजगार मुहैया करायें
रांची : राज्य सरकार ने स्थानीय लोगों को पर्याप्त रोजगार उपलब्ध कराने की शर्त पर ही लीज नवीकरण करने का फैसला किया है. राज्य में इस समय एक सौ से अधिक लीज के आवेदन नवीकरण के लिए लंबित हैं.
स्वतंत्रता दिवस समारोह के भाषण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस राज्य में स्थापित उद्योगों की भी ये नैतिक जिम्मेवारी है कि वे अपने कारखानों में सभी गैर तकनीकी पदों पर सिर्फ स्थानीय लोगों को ही रोजगार दें. उद्योगों को सफलता भी इस बात पर निर्भर करती है कि अपने आसपास रहनेवाली आबादी के सामाजिक एवं आर्थिक जरूरतों के प्रति कितने संवेदनशील हैं.
सीएम ने कहा निजी क्षेत्र में भी खनिज खदानों के नवीकरण से पूर्व स्थानीय लोगों के लिए पर्याप्त रोजगार उपलब्ध कराने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है. सीएम ने अपने भाषण में नक्सल समस्या सहित केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के संबंध में आत्ममंथन करने की अपील तक की है. इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मोरहाबादी मैदान में विधिवत झंडोत्तोलन किया.
खनिज वरदान या अभिशाप : मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के 67 वर्षो बाद भी दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यकों एवं पिछड़े वर्गो में व्याप्त गरीबी इस बात का प्रमाण है कि हमारी विकास नीतियां समावेशी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि देश के नीति निर्धारकों को मौजूदा विकास नीति की प्रासंगिकता पर मंथन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि खनिज संपदा झारखंड के लिए वरदान है या अभिशाप, इस पर बहस की जरूरत है. खनन ने झारखंड को खंडहर बना दिया है.
झारखंड ने पाया कम, खोया ज्यादा है. नंगे पर्वत, प्रदूषित नदियां एवं गरीबों की आंखों में पसरा सूनापन भयावह एवं विनाशकारी होगा. उन्होंने खनन और पर्यटन विषय पर सार्थक बहस कराने की बात कही.