रांची: राज्य सरकार ने जमीन सर्वे के लिए एक कैंप का काम खत्म किये बिना दूसरा कैंप खोलने पर पाबंदी लगा दी है. यह कदम शिकायतों के आधार पर उठाया गया है. इससे संबंधित आदेश की प्रति हजारीबाग, पलामू, रांची, धनबाद, दुमका और जमशेदपुर के उपायुक्तों को भेज दी गयी है. भू-राजस्व विभाग ने अपने पत्र में यह लिखा है कि पिछले दिनों हजारीबाग में एक कैंप का काम खत्म बिना दूसरा कैंप शुरू किये जाने से संबंधित शिकायतें मिली थीं.
जांच कराने पर पाया गया कि सतगावां और प्रतापपुर अंचल के लिए खोले गये कैंप जान-बूझ कर अकार्यान्वित रखा गया. साथ ही बगैर किसी उचित आधार के गिद्धौर और पत्थलगड़ा में सर्वे के लिए नये कैंप लगाने का आदेश जारी कर दिया गया. इन दोनों कैंपों के लिए अमीन की प्रतिनियुक्ति कैंप खोलने के फैसले से पहले ही कर दी गयी. इससे गड़बड़ी की आशंका जतायी जा रही थी. इन दोनों नये शिविरों में लिए अमीन नियुक्ति के मद्देनजर सूची तैयार कर सक्षम अधिकारी के पास भेजी गयी थी, लेकिन सही अमीन के नहीं होने की बात कहते हुए इसे रद्द कर दिया गया.
इसके बाद नये अमीन की सूची तैयार की गयी थी. उसी सूची से गिद्धौर और पत्थलगड़ा में सर्वे कैंप शुरू करने के लिए अमीन की नियुक्ति कर दी गयी. भू-राजस्व विभाग ने गिद्धौर और पत्थलगड़ा में लगाये गये कैंपों को अविलंब बंद करने का आदेश दिया है. मामले में हजारीबाग के सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी व बंदोबस्त पदाधिकारी से स्पष्टीकरण भी पूछा गया है.