रांची : पुलिस मुख्यालय को जानकारी मिली है कि झारखंड में बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश के पशु तस्कर एक बार फिर से सक्रिय हो गये हैं.
इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस मुख्यालय आइजी अभियान ने संबंधित जिलों के एसपी को कार्रवाई का निर्देश दिया है. एक रिपोर्ट के अनुसार जमशेदपुर में रह रहे एक बड़े पशु तस्कर ने माह में 25-30 गाड़ी पशु तस्करी करनेवाले व्यापारियों से संपर्क किया है. तस्करों ने योजना अनुसार सभी व्यापारी व मालिकों का एक सिडिंकेट तैयार किया है.
इस सिंडिकेट में मुन्ना, महताब, भोला, भोला सिपाही, लंबू भोला, रिंटू उर्फ मिंटू, बाहर, बच्चू, भोल और रांची के बेड़ो निवासी आफताब आलम सहित अन्य शामिल हैं़ उक्त बड़े तस्कर द्वारा सभी रास्तों में प्रशासन से मैनेज करने की बात भी कही गयी है. सभी व्यापारियों के साथ प्रतिदिन तीन से पांच गाड़ी पशुओं को पार कराने पर सहमति बनी है.
इस व्यापार में शामिल सभी पशु तस्करों को टोकन दिया जायेगा, जिसमें गाड़ी नंबर भी अंकित रहेगा. टोकन में दिये गये गाड़ी का नंबर मैनेज करने के लिए प्रशासन को एसएमएस कर दिया जायेगा. इसके बाद बंगाल बॉर्डर पर टोकन जमा कर दिया जायेगा. इस काम के लिए रास्ते में जगह-जगह मोबाइल भी उपलब्ध कराने की बात प्रकाश में आयी है.
रिपोर्ट के अनुसार उपरोक्त तस्करों के अलावा आफताब आलम बेड़ो में पशु तस्करी को लेकर सक्रिय है. मो आजाद कुरैशी भी इस कारोबार में शामिल है. दोनों अपने-अपने क्षेत्र के अलावा चान्हो, कुर्गी, सीठियो, नयासराय, लोहरदगा, कुड़ू, लातेहार, बालूमाथ एवं अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से पशु तस्करी के साथ पशु का चमड़ा, हड्डी का व्यापार करने में लिप्त हैं. आइजी अभियान ने एसपी को पशु तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.