रांची: इंजीनियरिंग-मेडिकल परीक्षा में सफल लगभग 150 विद्यार्थी इस वर्ष इंटर में पास नहीं हो सके हैं. मेडिकल-इंजीनियरिंग परीक्षा में सफल लगभग 238 विद्यार्थियों ने स्पेशल स्क्रूटनी के लिए आवेदन जमा किया था. विद्यार्थी अपने अंक से संतुष्ट नहीं थे. स्पेशल स्क्रूटनी के बाद भी 150 विद्यार्थी पास नहीं हो सके. अधिकांश विद्यार्थियों के अंक में कोई बदलाव नहीं हुआ. कुछ विद्यार्थियों के अंक में एक से दो अंक की ही बढ़ोतरी हुई. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मेडिकल-इंजीनियरिंग में पास विद्यार्थियों के लिए स्पेशल स्क्रूटनी की व्यवस्था की थी. जैक ने स्पेशल स्क्रूटनी का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है.
दो ही विद्यार्थी हुए पास
स्पेशल स्क्रूटनी में आवेदन जमा करने वाले विद्यार्थियों में से मात्र दो विद्यार्थी ही पास हुए. 35 परीक्षार्थियों के अंक में मामूली बढ़ोतरी हुई. अंक में हुई बढ़ोतरी इतनी नहीं थी कि परीक्षार्थी पास कर सके. अधिकांश परीक्षार्थियों के अंक में एक से दो अंक की बढ़ोतरी हुई. इससे उनके रिजल्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा.
क्या है स्पेशल स्क्रूटनी
ऐसे विद्यार्थी जो इंजीनियरिंग, मेडिकल व अन्य संस्थानों में प्रवेश के लिए चयनित हुए हैं, पर इंटर में अपने अंक से असंतुष्ट हैं, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की स्पेशल स्क्रूटनी की जायेगी. विद्यार्थियों को आवेदन के साथ प्रवेश पत्र, इंटरनेट से निकाला गया अंक पत्र भी जमा करने को कहा गया था.
अधिकतम आठ अंक बढ़े
आवेदन जमा करने वाले परीक्षार्थियों में से लगभग आधा दर्जन परीक्षार्थियों के अंकों में अधिकतम आठ अंकों तक की बढ़ोतरी हुई. परीक्षक द्वारा अंकों का योग ठीक से नहीं करने के कारण विद्यार्थियों के प्राप्तांक कम हो गये थे. इस वर्ष स्पेशल स्क्रूटनी के लिए सबसे अधिक आवेदन गणित विषय के लिए किये गये.