सीबीआइ की टीम ने जेपीएससी प्रथम परीक्षा से नियुक्त अफसरों से की पूछताछ
रांची : राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी कॉपी में काट-छांट किसने की और कॉपियों में ओवरराइटिंग कर नंबर किसने और किन कारणों से बढ़ाया.
सीबीआइ द्वारा जारी पूछताछ के दौरान राज्य लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की प्रथम परीक्षा से नियुक्त अफसरों ने यह बात कही. जेपीएससी प्रथम घोटाले की जांच के दौरान सीबीआइ ने बुधवार को खूंटी के भूमि सुधार उप समाहर्ता जीतेंद्र मुर्मू और चक्रधरपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी राम नारायण सिंह से पूछताछ की. इन दोनों ही अधिकारियों की कॉपियों में काट-छांट पायी गयी है. पूछताछ के दौरान इन अधिकारियों ने खुद को पूरी तरह निर्दोष और नियुक्ति के लिए किसी तरह की साजिश में शामिल होने से इनकार किया. सीबीआइ द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब में इन अधिकारियों की ओर से यह कहा गया कि उन्होंने परीक्षा के दौरान उत्तर लिखने के बाद कॉपी जमा कर दी थी. इसके बाद उनकी कॉपी में किसने क्या किया, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
अभी और चार अधिकारियों से होनी है पूछताछ
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ द्वारा इससे पहले जिन आठ अधिकारियों से पूछताछ की गयी है, उन्होंने भी इसी तरह के जवाब दिये हैं. फिलहाल इस मामले में और चार अधिकारियों से पूछताछ की जानी है. इसमें चंद्रपुरा के बीडीओ सुदर्शन मुर्मू, देवघर के जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अनिल कुमार यादव, धनबाद के जिला परिवहन पदाधिकारी पंकज कुमार साव और पदस्थापन की प्रतीक्षा में बैठे प्रवीण रोहित कुजूर शामिल हैं.