रांची: डीजीपी राजीव कुमार की समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर डोरंडा में पिछले वर्ष पांच वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की फाइल एक बार फिर खुल गयी है. इससे पहले डोरंडा इंस्पेक्टर ने मामले में सद्दाम की भूमिका पर संदेह व्यक्त करते हुए अंतिम रिपोर्ट हाइकोर्ट में समर्पित करते हुए जांच बंद कर दिया था. हाइकोर्ट ने डीजीपी को पूरे मामले की समीक्षा करने का निर्देश दिया था, ताकि मामले में बेहतर अनुसंधान हो सके.
न्यायालय के निर्देश पर डीजीपी ने पूरे मामले की समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार डोरंडा इंस्पेक्टर के पास भेज दिया है. समीक्षा रिपोर्ट एडीजी से लेकर एसएसपी प्रभात कुमार के पास भेजी गयी है. डीजीपी ने रिपोर्ट में लिखा है कि डोरंडा थाना क्षेत्र स्थित मुस्तफा घर में नाबालिग अपने पिता के साथ रहती थी.
मुस्तफा हमेशा बीमार रहता था. इस वजह से वह अपने हिस्से की जमीन बच्ची ने नाम पर लिखना चाहता था. डीजीपी ने डोरंडा इंस्पेक्टर को इस बिंदु पर जांच करने का निर्देश दिया है. मामले में स्वतंत्र गवाह से बयान लेने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही डीजीपी ने अपनी समीक्षा रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया है कि पुलिस मामले में सरवरी बेगन का बयान दर्ज करे. इसके साथ ही जरूरत पड़े तो उसका पॉलीग्राफी टेस्ट भी कराये. डीजीपी की समीक्षा रिपोर्ट के बाद एक बार फिर मामले में जांच शुरू हो गयी है.