रांची: साहेबगंज रेलवे स्टेशन के पास से गत तीन जून की सुबह अपहृत गुवाहाटी के व्यवसायी ओंकारनाथ अग्रवाल को पुलिस ने बरामद कर लिया है. अपहरणकर्ताओं ने श्री अग्रवाल के परिजनों से तीन करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी.
डीजीपी राजीव कुमार ने इसकी पुष्टि की है. इस मामले में दो अपराधी सैमुल हांसदा और सोम मुमरू को गिरफ्तार किया गया है. सैमुल साहेबगंज के बोरियो का रहनेवाला है और डकैती के केस में जेल जा चुका है. वहीं सोम मुमरू असम का रहनेवाला है.
बताया जाता है कि अपहरण में झारखंड व पश्चिम बंगाल से जारी मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया गया था. श्री अग्रवाल की बरामदगी साहेबगंज के बोरियो थाना क्षेत्र के बोरंडा जंगल में स्थित गांव के एक घर से किया गया है.
डीजीपी के अनुसार किसी अपराधी ने हेमलाल मुमरू का पीए राकेश बन कर कर श्री अग्रवाल को साहेबगंज बुलाया था. इसके बाद स्टेशन के बाहर से ही उनका अपहरण कर लिया गया. राकेश से पहले खुद को अशोक मित्तल बताकर किसी अपराधी ने फरक्का से श्री अग्रवाल को फोन किया था. डीजीपी के मुताबिक गिरफ्तार दोनों अपराधियों से पूछताछ की जा रही है. घटना में शामिल अन्य अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. पूरे मामले में उदभेदन में दुमका जोन के आइजी उमेश सिंह, डीआइजी प्रिया दुबे, गोड्डा एसपी अजय लिंडा और सीआइडी एसपी मयूर कन्हैया लाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. एडीजी स्पेशल ब्रांच रेजी डुंगडुंग, एडीजी सीआइडी एसएन प्रधान, आइजी प्रोविजन अनुराग गुप्ता और स्पेशल ब्रांच के एसपी ए विजया लक्ष्मी ने लगातार मेहनत की. संवाददाता सम्मेलन में एडीजी सीआइडी एसएन प्रधान और एसपी ए विजयालक्ष्मी उपस्थित थे.