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रांची : सरकार को मेडिकल-इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए नहीं मिल रहे विद्यार्थी
रांची : राज्य में सरकार को मेडिकल-इंजीनियरिंग की नि:शुल्क कोचिंग के लिए विद्यार्थी नहीं मिल रहे. मेडिकल-इंजीनियरिंग की नि:शुल्क कोचिंग आकांक्षा 40 के लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने जिला स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा ली थी. मेडिकल व इंजीनियरिंग के लिए अलग-अलग परीक्षा ली गयी थी. दोनों परीक्षा मिलाकर लगभग 15 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए […]
रांची : राज्य में सरकार को मेडिकल-इंजीनियरिंग की नि:शुल्क कोचिंग के लिए विद्यार्थी नहीं मिल रहे. मेडिकल-इंजीनियरिंग की नि:शुल्क कोचिंग आकांक्षा 40 के लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने जिला स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा ली थी. मेडिकल व इंजीनियरिंग के लिए अलग-अलग परीक्षा ली गयी थी. दोनों परीक्षा मिलाकर लगभग 15 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. प्रारंभिक परीक्षा से जिला स्तर पर चलने वाले आकांक्षा 40 के लिए विद्यार्थी का चयन किया जाना था.
इंजीनियरिंग व मेडिकल के लिए 20-20 विद्यार्थी का चयन होना था. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली गयी प्रवेश परीक्षा में कोचिंग के लिए अप टू मार्क विद्यार्थी नहीं मिले. पूरे राज्य में इंजीनियरिंग के प्रवेश के लिए मात्र 49 व मेडिकल के लिए मात्र 47 ऐसे अभ्यर्थी मिले, जिन्हें 50 फीसदी से अधिक अंक है.
ऐसे में कई जिलों में जिला स्तरीय कोचिंग के लिए 50 फीसदी अंक लाने वाले विद्यार्थी नहीं मिले. जिला स्तर पर सफल विद्यार्थी राज्य स्तरीय आकांक्षा 40 की परीक्षा में शामिल होते हैं. जिला स्तरीय रिजल्ट प्रकाशन को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग से दिशा-निर्देश मांगा है. विभाग को जिला स्तरीय परीक्षा के रिजल्ट की पूरी जानकारी दी गयी है.
विभाग से इस संबंध में मार्ग दर्शन मांगा गया है कि क्या इस स्थिति में जबकि कई जिलों में विद्यार्थियों को 30 फीसदी से भी कम अंक हैं, क्या उन्हें जिला स्तरीय परीक्षा में चयनित किया जाये. उल्लेखनीय है कि परीक्षा को लेकर कोई न्यूनतम क्वालिफाइंग मार्क्स निर्धारित नहीं किया गया है.
क्या है आकांक्षा 40 : आकांक्षा 40 का संचालन स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा किया जाता है. इसके लिए जिला व राज्य स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की नि:शुल्क तैयारी करायी जाती है.
राज्य स्तरीय परीक्षा के लिए चयनित विद्यार्थियों को नि:शुल्क पठन-पाठन के साथ-साथ रहने व खाने की सुविधा भी दी जाती है. राज्य स्तरीय आकांक्षा 40 के लिए जिला स्कूल परिसर में भवन बनाया जा रहा है. वर्तमान में राज्य स्तरीय कोचिंग बालिका विद्यालय बरियातू में संचालित किया जा रहा है.
आकांक्षा 40 में शामिल 15 हजार परीक्षार्थियों में से मात्र 96 को ही 50 फीसदी से अधिक अंक
120 अंकों की हुई थी जिला स्तरीय परीक्षा
जिला स्तर पर मेडिकल व इंजीनियरिंग के लिए क्रमश: 20-20 विद्यार्थियों का चयन किया जाना है. इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में भौतिकी, रसायन व गणित विषय के प्रश्न पूछे गये थे.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में भौतिकी, रसायन व जीव विज्ञान विषय के प्रश्न पूछे गये थे. जिला स्तरीय परीक्षा में वस्तुनिष्ठ व बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गये थे. 120 अंकों की परीक्षा हुई थी. प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित किया गया है. प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटे गये हैं.
राज्य स्तरीय कोचिंग में भी कम हो सकती संख्या
राज्य स्तरीय आकांक्षा 40 में मेडिकल व इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए क्रमश: 40-40 विद्यार्थियों का चयन किया जाता है. जिला स्तरीय परीक्षा में सफल विद्यार्थी राज्य स्तरीय परीक्षा में शामित होते हैं. वर्ष 2018 में मेडिकल व इंजीनियरिंग की परीक्षा मिला कर 96 विद्यार्थी को ही 50 फीसदी से अधिक अंक है, ऐसे में राज्य स्तरीय दोनों कोचिंग के लिए 20-20 विद्यार्थी का चयन किया जा सकता है.
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