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रांची : डॉ हेमंत और डॉ प्रकाश से अलग-अलग की पूछताछ
रिम्स के कार्डियोलाॅजी विभाग में हुई थी मारपीट, पांच महीने बाद शुरू हुई जांच रांची : रिम्स में कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण राय और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रकाश कुमार के बीच हुई मारपीट की घटना की जांच पांच महीने बाद शुरू हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव वीरेंद्र कुमार सिंह और […]
रिम्स के कार्डियोलाॅजी विभाग में हुई थी मारपीट, पांच महीने बाद शुरू हुई जांच
रांची : रिम्स में कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण राय और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रकाश कुमार के बीच हुई मारपीट की घटना की जांच पांच महीने बाद शुरू हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव वीरेंद्र कुमार सिंह और रिम्स के डिप्टी डायरेक्टर गिरिजाशंकर प्रसाद बुधवार को कार्डियोलॉजी विभाग पहुंचे. इन्होंने दोनों डॉक्टरों के अलावा विभाग के ही डॉ प्रवीण श्रीवास्तव, विभाग के कर्मचारियों और नर्स का अलग-अलग बयान लिया. साथ ही विभागाध्यक्ष के चेंबर का ताला तोड़ने के मामले में भी पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार पूछताछ में दोनों डॉक्टरों ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाये हैं.
रिम्स कार्डियाेलॉजी के कैथलैब में विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण राय और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ प्रकाश कुमार के बीच मारपीट की घटना इस साल 12 जनवरी को हुई थी. इसकी वजह बने थे दिल्ली फाेर्टिस एस्कॉर्ट के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विशाल रस्तोगी, जो घटना के वक्त कैथलैब में ही मौजूद थे.
रिम्स के डॉक्टरों ने डॉ रस्तोगी को थोड़ी देर के लिए बाहर जाने को कहा था. इस विभागाध्यक्ष और एसोसिएट प्रोफेसर के बीच बहस शुरू हो गयी, जो बाद में मारपीट में तब्दील हो गयी. इसमें डॉ हेमंत का पैर टूट गया था, जबकि डॉ प्रकाश का हाथ फ्रैक्चर हो गया था. उधर, हृदय रोगी भूखे-प्यासे इंतजार करते रहे, लेकिन मारपीट की वजह से उस दिन किसी की एंजियाेग्राफी या एंजियोप्लास्टी नहीं हो पायी. इस पूरे मामले का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि रिम्स प्रबंधन को डॉ रस्तोगी के आने की सूचना ही नहीं दी गयी थी.
रिम्स की टीम ने की थी उच्चस्तरीय जांच की अनुशंसा : कार्डियोलॉजी विभाग में हुई मारपीट की जांच के लिए रिम्स प्रबंधन ने दोनों डॉक्टरों को नोटिस जारी किया था. साथ ही जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनायी गयी थी. हालांकि, उस टीम ने इस मामले की जांच करने से मना कर दिया था और रिम्स प्रबंधन से उच्चस्तरीय जांच की अनुशंसा की थी.
कार्डियोलॉजी विभाग में हुई मारपीट की घटना की जांच के तहत हमने दोनों डॉक्टरों का बयान ले लिया है. विभागाध्यक्ष के कमरे का ताला तुड़वाने के मामले में भी पूछताछ की गयी है. रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य सचिव को सौंप दी जायेगी.
वीरेंद्र कुमार सिंह, संयुक्त सचिव
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