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रांची : इलेक्ट्रोस्टील अब होगा वेदांता स्टार लिमिटेड, वेदांता ने जमा कराया 5320 करोड़

रांची : बोकारो जिले के चंदनकियारी स्थित इलेक्ट्रोस्टील प्लांट का अधिग्रहण वेदांता स्टार लिमिटेड ने कर लिया है. उसने सबसे अधिक बोली लगाकर स्वामित्व हासिल किया. अब इसे वेदांता स्टार लिमिटेड के नाम से जाना जायेगा. बोली के तहत वेदांता ने 5320 करोड़ रुपये का चेक बैंकर्स समूह को दे दिया है. वेदांता ग्रुप ने […]

रांची : बोकारो जिले के चंदनकियारी स्थित इलेक्ट्रोस्टील प्लांट का अधिग्रहण वेदांता स्टार लिमिटेड ने कर लिया है. उसने सबसे अधिक बोली लगाकर स्वामित्व हासिल किया. अब इसे वेदांता स्टार लिमिटेड के नाम से जाना जायेगा.
बोली के तहत वेदांता ने 5320 करोड़ रुपये का चेक बैंकर्स समूह को दे दिया है. वेदांता ग्रुप ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को इलेक्ट्रोस्टील के अधिग्रहण की सूचना भेज दी है.
जिसमें लिखा गया है कि नेशनल कंपनी लॉ अपालेट ट्रिब्यूनल द्वारा 30 मई 2018 को दिये गये आदेश के आलोक में वेदांता ग्रुप की कंपनी वेदांता स्टार लिमिटेड ने इलेक्ट्रोस्टील के एसक्रो एकाउंट में 5320 करोड़ रुपये जमा करा दिये हैं. चार जून 2018 के प्रभाव से कंपनी का अधिग्रहण कर लिया गया है. कंपनी ने नये बोर्ड अॉफ डायरेक्टर्स की नियुक्ति भी कर दी है.
इधर, इलेक्ट्रोस्टील कंपनी के सचिव विनय कुमार दास ने भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को पत्र भेजकर इलेक्ट्रोस्टील के बोर्ड अॉफ डायरेक्टर्स के अधिकार वापस लेने की सूचना दे दी है.
इसके साथ ही कंपनी के संपूर्ण देखरेख की जिम्मेवारी वेदांता स्टार लिमिटेड के हाथों में आ गयी है. कंपनी का पंजीकृत कार्यालय हरमू (रांची) में है. इसके तीन निदेशकों में नवीन कुमार सिंघल, तरुण चंदमाल जैन और गुगीलाम राजगोपालन अरुण कुमार नियुक्त किये गये हैं.
क्या है मामला
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद सबसे पहले लगे स्टील प्लांट इलेक्ट्रोस्टील की अब नीलामी हो चुकी है. कंपनी पर 11309 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसे कंपनी नहीं चुका रही थी. राशि एनपीए में चली गयी है.
इसके बाद बैंकों ने इस मामले को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल(एनसीएलटी) कोलकाता में उठाया. ट्रिब्यूनल ने इससे पहले इंटरिम रेज्यूलेशन प्रोफेशनल(आइआरपी) को नियुक्त किया था. बताया गया कि आइआरपी द्वारा ही एसेट का मूल्यांकन कर बिडिंग की प्रक्रिया आंरभ की गयी है.
इलेक्ट्रोस्टील की आधारशिला वर्ष 2008 में रखी गयी थी. 2012 से कंपनी 1.51 मिलियन टन स्टील का उत्पादन प्रतिवर्ष कर रही है. यहां टीएमटी बार, वॉयर रॉड, पिग आयरन, डीअाइ पाइप व बिलेट्स का उत्पादन होता है. कंपनी में इस समय नौ हजार मजदूर काम कर रहे हैं. इसके लिए टाटा स्टील और वेदांता ने बोली लगायी थी और अंतत: वेदांता ने इसे हासिल कर लिया.

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