रांची: सफेद दाग से निजात के लिए जागरूकता जरूरी है. अगर मरीज सही समय पर विशेषज्ञ चिकित्सक के पास जाता है तो बीमारी को पूरी तरह से ठीक हो सकता है. सफेद दाग दो से तीन प्रतिशत ही अनुवांशिक है.
अधिकतर मामले में यह त्वचा की बीमारी के कारण होता है. उक्त बातें सोमवार को विश्व सफेद दाग (ल्यूकोडर्मा दिवस) पर रिम्स के स्कीन विभाग में आयोजित कार्यक्रम में त्वचा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एसएस चौधरी ने कहीं. उन्होंने कहा कि हमारे देश में सफेद दाग को लेकर काफी भ्रम है.
रैली निकाली: सफेद दाग की बीमारी पर लोगों को जागरूक करने के लिए सोमवार को रिम्स में रैली निकाली गयी. रैली सुबह 10.30 बजे रिम्स के त्वचा विभाग से शुरू हुई, जो इमरजेंसी, राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा से होते हुए रिम्स परिसर में भ्रमण की. रैली में डॉ एसएस चौधरी, डॉ डीके मिश्र, डॉ यशवंत कुमार एवं डॉ आनंद सहित पीजी चिकित्सक मौजूद थे.