21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रांची : एनजीओ को मिल रही है बड़ी राशि पर नहीं हो रही इसकी मॉनिटरिंग

संजय नेत्रहीन व मूक-बधिर विद्यालयों की हालत खस्ता रांची : समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने विभाग के नौ नेत्रहीन व मूक-बधिर विद्यालयों का निरीक्षण किया था. इनका संचालन विभिन्न गैर सरकारी संस्थाअों के माध्यम से हो रहा है. इसकी रिपोर्ट के मुताबिक सभी संचालित विद्यालयों में न तो पढ़ाई ठीक से हो रही है […]

संजय
नेत्रहीन व मूक-बधिर विद्यालयों की हालत खस्ता
रांची : समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने विभाग के नौ नेत्रहीन व मूक-बधिर विद्यालयों का निरीक्षण किया था. इनका संचालन विभिन्न गैर सरकारी संस्थाअों के माध्यम से हो रहा है. इसकी रिपोर्ट के मुताबिक सभी संचालित विद्यालयों में न तो पढ़ाई ठीक से हो रही है अौर न ही वहां बच्चों को बढ़िया खाना मिलता है. रिपोर्ट में यह भी जिक्र है कि संबंधित गैर सरकारी संस्थाअों को विद्यालय संचालन मद में बड़ी राशि मिल रही है, पर इसका मूल्यांकन व अनुश्रवण ठीक से नहीं हो रहा है. गैर सरकारी संस्था मुक्ति संस्थान, रांची, गुमला में तीन विद्यालयों (नेत्रहीन, मूक-बधिर व स्पैष्टिक) का संचालन कर रही है. सामाजिक समस्या निवारण व कल्याण संस्थान हजारीबाग, गिरिडीह में दो (नेत्रहीन व मूक बधिर) विद्यालय का संचालन कर रहा है.
मधुर मुस्कान रांची, देवघर में नेत्रहीन विद्यालय का संचालन कर रहा है, के अलावा अन्य संस्थाअों द्वारा संचालित विद्यालयों में भी शिकायतें मिली हैं. इन शिकायतों के बावजूद संस्थाअों को राशि आवंटित कर दी जाती है. इससे दिव्यांग बच्चों के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं. उपरोक्त तथ्यों के आलोक में यह सुझाव दिया गया कि सभी विद्यालयों का संचालन उपायुक्त की देखरेेख में होना बेहतर होगा.
विद्यालय बन कर बेकार
समाज कल्याण विभाग के कुल सात में से तीन नेत्रहीन विद्यालय तथा कुल आठ में से तीन मूक-बधिर विद्यालय बन कर बेकार हैं. शेष का संचालन एनजीअो कर रहे हैं. नेत्रहीन विद्यालय सिमडेगा, चक्रधरपुर (प.सिंहभूम) तथा सरायकेला-खरसांवा में पढ़ाई नहीं हो रही है. सिमडेगा विद्यालय भवन का उपयोग किसी अौर काम के लिए हो रहा है. वहीं, अन्य दो का भवन तैयार व अभी बेकार है. उसी तरह मूक-बधिर विद्यालय चतरा, धनबाद व बोकारो का भी संचालन नहीं हो रहा है.
नि:शक्तता आयुक्त का सुझाव
राज्य नि:शक्तता आयुक्त सतीश चंद्र ने विद्यालय संबंधी प्रतिकूल रिपोर्ट तथा दिव्यांगजनों के हित में सक्रिय प्रतिनिधियों के सुझाव को गंभीरता से लिया है.
उन्होंने सरकार को लिखा है कि नेत्रहीन व मूक-बधिर विद्यालयों के संचालन के लिए विशेष शिक्षक नियुक्ति नियमावली तैयार हो गयी है. इसके प्रावधानों के अनुरूप अर्हता रखने वाले विशेष शिक्षकों व चतुर्थ वर्गीय कर्मियों को संविदा पर बहाल कर विद्यालय का संचालन हो सकता है. उपायुक्त विद्यालयों के नियंत्री पदाधिकारी होंगे तथा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निकासी व व्यय पदाधिकारी नामित किया जा सकता है. इधर, विशेष शिक्षकों व अन्य कर्मियों की नियुक्ति की अभी प्रक्रिया चल रही है.
किस एनजीअो को मिली कितनी राशि (2016-17)
संस्था रकम
सामाजिक समस्या निवारण व कल्याण संस्थान, हजारीबाग 37.08 लाख
मुक्ति संस्थान, रांची 36.21 लाख
मधुर मुस्कान, रांची 26.40 लाख
सृजन महिला विकास मंच, चाईबासा 23.00 लाख
लोहिया विकलांग सेवा समिति, गोड्डा 5.12 लाख

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें