II शकील अख्तर II
रांची : राज्य के गरीबों के लिए कंबल बनाने में लगे स्वयं सहायता समूह(एसएचजी) और बुनकर सहयोग समितियों ने क्षमता से 79 गुना तक अधिक कंबल बुने. इतना ही नहीं, कुछ बुनकर समितियों ने तो बिना करघा (लूम) के भी कंबल बुन दिये.
महालेखाकार(एजी) ने ऑडिट के दौरान मिले तथ्यों के आधार पर इसका खुलासा किया. महालेखाकार ने झारक्राफ्ट की ओर से एसएचजी और बुनकर सहयोग समितियों द्वारा कंबल बुनवा कर गरीबों के बीच बांटे जाने के दावों की हकीकत जानने के लिए विस्तृत जांच की. इस दौरान एसएचजी और बुनकर सहयोग समितियों में उपलब्ध करघा, ऊनी धागा, बुनने की क्षमता और दावों के आंकड़ों का विश्लेषण किया. इसमें पाया कि एक निर्धारित अवधि में करघा की उपलब्धता के आधार पर इन बुनकर समूहों की क्षमता 1.49 लाख कंबल बुनने की ही थी.
झारक्राफ्ट के आंकड़ों में के दावों का मिलान करने पर पाया गया कि इन समितियों ने अपनी क्षमता से 3.71 लाख अधिक कंबलों की बुनाई कर दी. इसके बाद एजी ने झारक्राफ्ट द्वारा समितियों के सहारे कंबल बुनाई से संबंधित पेश दावों को गलत करार दिया .
एजी ने किया झारक्राफ्ट में गड़बड़ी का खुलासा : क्षमता से 79 गुना अधिक कंबल बुने
9,887 कंबल बुन िदये
जांच में पाया गया कि नवाहीड काकनी बुनकर समूह के पास 27 नवंबर 2017 से 29 नवंबर 2017 तक एक भी करघा (लूम) नहीं था. इसके बावजूद इस अवधि में इस समिति ने 4245 कंबलों की बुनाई का दावा किया
रामगढ़ की पुरबडीह पीडब्ल्यूसीएस के पास नौ अक्तूबर 2017 से 20 अक्तूबर 2017 और 27 नवंबर 2017 से 29 नवंबर 2017 के बीच एक भी लूम नहीं था. इसके बावजूद इस संस्था के माध्यम से इसी अवधि में 5,662 कंबलों की बुनाई का दावा किया गया.
क्षमता से अधिक कंबलों की बुनाई की
तिगरा बुनकर सहयोग समिति ने अपनी क्षमता से 84 गुना अधिक कंबलों की बुनाई की. इस समिति के पास नौ अक्तूबर 2017 से 10 अक्तूबर 2017 तक की अवधि में 10 करघे थे. इतने करघों के सहारे एक दिन में इस समिति की क्षमता सिर्फ 100 कंबल बुनने की थी. इस समिति के माध्यम से 8490 कंबलों की बुनाई दिखायी गयी. इस तरह संस्था ने एक दिन में अपनी क्षमता से 7990 अधिक कंबल बुन दिया.
महात्मा गांधी बुनकर सहयोग समिति ने अपनी क्षमता से चार गुना अधिक कंबलों की बुनाई की. इस समिति के पास 18 से 25 सितंबर 2017 तक 20 करघे उपलब्ध थे. इन करघों की सहारे सात दिन में कुल 1400 कंबलों की बुनाई हो सकती थी. पर समिति ने 8492कंबलों की बुनाई दिखायी गयी. यानी इस समिति ने सात दिन मे अपनी क्षमता से 6492 अधिक कंबलों की बुनाई की.
क्षमता के मुकाबले अधिक कंबल बनाया
संस्था करघा क्षमता बने कंबल
आदर्श बीपीएसएस, विश्रामपुर 40 1200 4800
बोरियो प्राथमिक बुनकर समिति 20 1000 7492
नवाडीह बुनकर समिति 00 00 4245
पुरबडीह पीडब्ल्यूसीएस, रामगढ़ 00 00 5662
बुनकर सहयोग समिति बरहेट 10 1400 2296
दानिश ग्रुप सहयोग समिति 05 1150 1380
गांधी बुनकर एसएचजी 05 500 1359
गुलाम बुनकर समूह 05 350 3896
हलीमा बुनकर एसएचजी , पोड़ेयाहाट 05 100 2730
महात्मा गांधी हस्तकरघा बुनकर 20 1400 6492
राजमहल पीडब्ल्यूसीएस 10 800 3897
रमजान बुनकर समिति 05 150 4273
तिगरा बुनकर सहयोग समिति 10 100 7990
जाकिर बुनकर एसएचजी 10 800 3445