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रांची : 220 कर्मचारी अनुपस्थित, होगी जांच
रांची : नगर निगम चुनाव कराने के लिए मंगलवार को चुनाव कर्मियों को प्रशिक्षण मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में शुरू हो गया. पहले दिन पीठासीन पदाधिकारियों व पोलिंग ऑफिसरों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण दो सत्र में दिया गया. प्रशिक्षण में 2060 में 1840 पदाधिकारी उपस्थित रहे. प्रशिक्षण के पहले दिन 220 पदाधिकारी […]
रांची : नगर निगम चुनाव कराने के लिए मंगलवार को चुनाव कर्मियों को प्रशिक्षण मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में शुरू हो गया. पहले दिन पीठासीन पदाधिकारियों व पोलिंग ऑफिसरों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण दो सत्र में दिया गया. प्रशिक्षण में 2060 में 1840 पदाधिकारी उपस्थित रहे.
प्रशिक्षण के पहले दिन 220 पदाधिकारी अनुपस्थित रहे. इस संबंध में प्रशिक्षण कोषांग के प्रभारी पूनम झा ने बताया कि अनुपस्थिति की जांच करायी जायेगी. किस कारण से पदाधिकारी अनुपस्थित रहे. प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को इवीएम के इस्तेमाल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. पहले चरण के प्रशिक्षण में 70 बैलेट यूनिट व 35 कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल किया गया.
छूटे हुए पदाधिकारियों काे छह अप्रैल को दिया जायेगा प्रशिक्षण
पहले दिन के प्रशिक्षण में कई वैसे पीठासीन व पोलिंग ऑफिसर छूट गये. ये लोग इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी ड्यूटी दी गयी थी. इन मतदान पदाधिकारियों को छह अप्रैल को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
ऑब्जर्वर ने ली जानकारी
पहले दिन ऑब्जर्वर रणेंद्र कुमार ने प्रशिक्षण स्थल का निरीक्षण किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में खुद मौजूद रहकर प्रशिक्षण का जायजा लिया. वे दिन के तीन बजे मोरहाबादी पहुंचे. उनके साथ एडीएम लाॅ एंड अॉर्डर अखिलेश कुमार सिन्हा भी मौजूद थे.
10 बजे से प्रशिक्षण शुरू हुआ
पीठासीन अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण का समय सुबह 10 से 12 बजे और प्रथम मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण दोपहर दो से चार बजे तक चला. प्रशिक्षण के लिए इवीएम उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि इवीएम कर्मियों को इवीएम संचालन की जानकारी मिल सके.
21 कमरों में दिया जा रहा है प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के लिए बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम 18 कमरों की व्यवस्था की है. इसके अतिरिक्त तीन हॉल की व्यवस्था की गयी है. पहले प्रशिक्षण 28 मार्च को शुरू होना था. लेकिन, स्टेडियम में जगह खाली नहीं होने के कारण प्रशिक्षण की तिथि को बढ़ा कर तीन अप्रैल कर दिया गया था.
कई कर्मचारी मतदान कार्य से होंगे मुक्त
कई कर्मचारियों को मतदान कार्य से मुक्त किये जा सकते हैं. इनमें कुछ शिक्षक हैं, तो कुछ बैंक कर्मी हैं. कई शिक्षक इस मतदान कार्य में लगाये गये हैं, जिन्हें एग्जामिनेशन हेड बनाया गया है.
सहायक मतदान कर्मी नहीं देते साथ
प्रशिक्षण कार्यक्रम में आये कई पीठासीन अधिकारियों ने शिकायत किया कि चुनाव के दिन वोटिंग प्रक्रिया खत्म होते ही सहायक मतदान कर्मी बहानेबाजी करके चले जाते हैं. ऐसे में पूरी जिम्मेदारी पीठासीन पदाधिकारियों की हो जाती है. इससे लोग परेशान हो जाते हैं. वरीय अधिकारियों को चाहिए कि ऐसी व्यवस्था करें कि जब तक पीठासीन अधिकारी रिलीज न करें, सहायक मतदान कर्मी नहीं मतदान केंद्र से न निकलें.
सूची से नाम कटने की शिकायत
प्रशिक्षण प्राप्त करने आये कई शिक्षकों ने कहा कि कई लोग अपना नाम ही मतदान कर्मियाें की सूची से हटवा लेते हैं. जो मतदान कार्यों से अलग रहते हैं. कुछ शिक्षक न तो बीमार रहते हैं और न ही उन्हें कोई जरूरी काम रहता है. लेकिन, वे लोग अपना नाम मतदान कार्यों से खुद को अलग कर लेते हैं. जिनकी पहुंच अधिकारियों तक नहीं होती, तो उन्हें न चाह कर भी ड्यूटी करनी पड़ती है.
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