बायो टेक्नोलॉजी में नवीनतम तकनीक विषय पर कार्यशाला
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अनुसंधान का उपयोग तभी, जब हम तकनीक से लैस हों : सिन्हा
बायो टेक्नोलॉजी में नवीनतम तकनीक विषय पर कार्यशाला पिस्कानगड़ी : केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान नगड़ी व हाइ मीडिया लेबोरेटरीज प्रालि. मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम उन्नत तकनीक विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि प्रो एमपी सिन्हा (कुलपति, सिदो-कान्हू विवि, दुमका) ने कहा कि अनुसंधान […]
पिस्कानगड़ी : केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान नगड़ी व हाइ मीडिया लेबोरेटरीज प्रालि. मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम उन्नत तकनीक विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि प्रो एमपी सिन्हा (कुलपति, सिदो-कान्हू विवि, दुमका) ने कहा कि अनुसंधान को समाज के उत्थान के लिए तभी उपयोग में लाया जा सकता जब हम उपकरणों व तकनीकों से लैस हों. संस्थान के निदेशक डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर का यह संस्थान देश के दो तिहाई से अधिक राज्यों में तसर रेशम उद्योग के विकास के लिए कार्य कर रहा है.
पारंपरिक विधि का उपयोग कर विगत 10 वर्षों में हम देश के तसर रेशम उत्पादन को 464 मीट्रिक टन से 3268 मीट्रिक टन तक पहुंचा चुके हैं. अब समय की मांग है कि तसर उद्योग में बायो टेक्नोलॉजी की उन्नत तकनीकों का उपयोग कर हम 2020 तक तसर उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर बन जाएं बल्कि चीन को भी पीछे छोड़ दें. हाइ मीडिया, मुंबई के मुख्य अधिकारी डॉ पीडी राय ने संस्थान द्वारा विकसित उपकरणों के अनुसंधान कार्य में उपयोग पर प्रकाश डाला.
डॉ राधा हरिहरण ने प्रयोगशाला द्वारा विकसित मशीनों व तसर संवर्धन क्षेत्र में इसके प्रयोग से अवगत कराया. कार्यक्रम में केंद्रीय विवि, रांची विवि, एनआइटी राउरकेला व झारखंड राज्य रेशम विभाग के अधिकारियों सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के रिसर्च स्कॉलरों ने भाग लिया. अंत में प्रतिभागियों के बीच प्रमाणपत्र वितरित किया गया.
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