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Thursday, March 28, 2024

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झारखंड : रास तक पहुंचा बकोरिया कांड का मामला

रांची : राज्यसभा में शुक्रवार को झारखंड में फर्जी नक्सली बता कर पांच सौ युवकों को सरेंडर कराने और पलामू के बकोरिया में फर्जी एनकाउंटर का मामला उठा. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचु और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद संजीव कुमार ने यह मामला शून्यकाल के दौरान सदन में उठाया. दोनों सांसदों ने सदन […]

रांची : राज्यसभा में शुक्रवार को झारखंड में फर्जी नक्सली बता कर पांच सौ युवकों को सरेंडर कराने और पलामू के बकोरिया में फर्जी एनकाउंटर का मामला उठा.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचु और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद संजीव कुमार ने यह मामला शून्यकाल के दौरान सदन में उठाया. दोनों सांसदों ने सदन में बताया कि नक्सल के नाम पर गरीब निर्दोष आदिवासी युवकों को नौकरी दिलाने का लालच देकर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस ने फर्जी सरेंडर कराया. इसकी जांच होनी चाहिए़ सांसदों ने पलामू के बकोरिया में फर्जी एनकाउंटर का भी मामला उठाया़
दोषी अधिकारियों के खिलाफ नहीं हुई कोई कार्रवाई
श्री बलमुचु ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिख कर मामले की विस्तार से जानकारी दी है़
सांसद ने कहा कि फर्जी नक्सली सरेंडर में युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर एक से दो लाख रुपये वसूले गये़ युवकों को एकत्रित कर रांची के पुराने सेंट्रल जेल में कोबरा सीआरपीएफ की सुरक्षा में रखा गया़ उन्हें अवैध हथियार भी उपलब्ध कराये गये़ मामले का भंडाफोड़ होने के बाद निजी व्यक्तियों पर खानापूर्ति के लिए स्थानीय लोअर बाजार थाना में एक प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी़ इस मामले के तीन वर्ष गुजर जाने के बाद भी दोषी पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई़ सांसद ने बताया कि इस मामले में राज्य सरकार द्वारा सीबीआइ जांच की अनुशंसा को वापस कर दिया गया है.
केंद्र सरकार क्या इस कांड की सीबीआइ जांच करायेगी? सभापति को सांसद ने बकोरिया कांड की जानकारी देते हुए कहा कि दस निर्दोष लोगों की हत्या अापराधिक संगठन जेजेएमपी द्वारा कर दी गयी. इसका श्रेय सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस ने मुठभेड़ दिखा कर ले लिया. नकद पुरस्कार भी पुलिस वालों ने लिया. सांसद ने कहा कि मामला मीडिया में आने के बाद सीआइडी को जांच का जिम्मा दिया गया, लेकिन छह महीने में जांच में कोई प्रगति नहीं हुई. भारत सरकार इस फर्जी मुठभेड़ की जांच सीबीआइ जैसी संस्था कराने का विचार कर सकती है़
हरीश पाठक के बयान का हवाला दे सांसद ने की सीबीआइ जांच की मांग
रांची : झामुमो के राज्यसभा सांसद संजीव कुमार ने राज्यसभा में बकोरिया कांड का मामला उठाया. कहा कि घटनास्थल पर सभी शव एक साथ पड़े थे. रायफल आदि यूं ही पड़े हुए थे. 24 घंटे के अंदर साफ हो गया था कि पुलिस ने 11 लोगों को नक्सल उन्मूलन के नाम पर मार डाला.
इस मामले में इंस्पेक्टर हरीश पाठक ने सीआइडी को भी बयान दिया. इससे किसी की भी रूह कांप जायेगी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में संज्ञान लिया. आयोग ने इस मुठभेड़ में गड़बड़ी का आरोप लगाया. इस मामले में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें एक भी दिन बाहर नहीं रहना चाहिए. इसलिए मामले की सीबीआइ जांच हो, ताकि दोषियों को सजा मिल सके.
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