रांची : राज्य के जल संसाधन, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा है कि नये साल पर राज्य वासियों को 117 पेयजल योजनाओं का तोहफा दिया जा रहा है. 117 में से 59 ग्रामीण जलापूर्ति योजना को राज्य योजना से और 66 योजनाओं को डीएमएफटी से पूरा किया जायेगा. यह योजना सरकार के 2020 तक राज्य भर में पाइप जलापूर्ति से 50 प्रतिशत लोगों को जोड़ने के लक्ष्य को पूरा करने में सहायक बनेगी.
उन्होंने बताया कि राज्य योजना से 59 योजनाओं को पूरा करने में 750 करोड़ एवं डीएमएफटी से 66 योजनाओं को पूरा करने में 1396 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. इसके साथ ही पूर्व से चल रहे डीएमएफटी के तहत 19 योजनाओं को भी पूरा किया जायेगा. इसमें 982 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस क्रम में जलापूर्ति से संबंधित संरचनाओं का भी निर्माण होगा. उन्होंने बताया कि गांव-गांव में लोंगो को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके, इसको लेकर राज्य सरकार गंभीर है.
जिन प्रखंडों में राज्य योजना से पूरी
होगी पाइप जलापूर्ति योजना
गढ़वा जिले के डंडा प्रखंड के सभी गांव, गोड्डा जिले का पोड़ेयाहाट, जामताड़ा जिले का फतेहपुर, सिमडेगा जिले के केरसई, पाकरटांड़, कंसजोर, पलामू जिले के उंटारी रोड पांडू, लालगढ़, पाटन, हरिहरगंज, मोहम्मदगंज, चतरा जिले का गिद्धौर व मयूरहंड, गुमला जिले के मुर्गू, कुम्हारी, बसुआफोरी, चैनपुर, गिरिडीह जिले का अमरपुर, गादी, श्री रामपुर, चंदौरी, चान्हो-कपिला, रंगामाटी-रोसनाटुंडा, कुलगो, भांकरडीह, नगरी-लोहेडीह, ताराटांड, लेदा, लुप्पी, दुमका जिले के धोबा लखनपुर, धोबानारहिनबहाल, कनहरा, देवघर जिले के मारगोमुंडा, आसनबनी, बारा, माथाटांड, कुसमिल, खूंटी जिले का मुरहू, लोहरदगा जिले का कैरो, रांची जिले के तमाड़, बुढ़मू व चंदाघासी, सरायकेला जिले के कपाली, चांडिल, राजनगर, सरायकेला, कुचाई, हजारीबाग जिले के चलकुसा, गौरियाकरमा, चौपारण व झुमरा, कोडरमा जिले के पथलडीहा, मेघातरी, मसमोहना, तिलोकरी, चंदवारा व थाम.
जिन प्रखंडों में डीएमएफटी से पूरी होगी पाइप जलापूर्ति योजना
चतरा जिले का टंडवा, तलियाडीह, बोकारो जिले का तेनुघाट बायां तट, तेनुघाट दायां तट, कथारा, पचमो, दहियारी, ललपनिया, नौडीहा, बटबीनोर, बेरमो, बिजुलिया, खंभरा, पश्चिम सिंहभूम जिले के बिला, तुईबीर, कुरसी, करायकेला, गंगदा, मंकरंडा, धनबाद जिले का तोपचांची व बाघमारा आदि. पाइप जलापूर्ति योजना को पूरा किया जायेगा.