रांची : झारखंड अब वर्तमान से भविष्य की तरफ बढ़ रहा है. वर्ष 2017 में निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार हुआ. हालांकि, औद्योगिक विकास एवं आधारभूत संरचना के विकास संबंधी एक अधिनियम को लेकर सरकार की किरकिरी भी हुई.
निवेश के प्रस्तावों को हकीकत में बदलने के लिए राज्य सरकार ने इस वर्ष अगस्त में जमशेदपुर एवं रांची तथा 20 दिसंबर को बोकारो में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कर लगभग डेढ़ सौ परियोजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन किया. झारखंड सरकार ने 16 एवं 17 फरवरी को दो दिवसीय विश्व निवेशक सम्मेलन ‘मोमेंटम झारखंड’ का आयोजन किया, जिसमें कई कंपनियों के साथ परियोजनाओं के लिए लगभग तीन लाख करोड़रुपये के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किये.कहा गयाकिनिवेशसमझौते धरातल पर उतरेंगे, तो एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.
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इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित छह प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया. नितिन गडकरी ने आगामी तीन वर्षों में राज्य में 50 हजार करोड़रुपये से अधिक के निवेश की घोषणा की. मोमेंटम झारखंड में अडानी, जिंदल, टाटा, वेदांता, बिरला एवं एस्सार जैसी दिग्गज कंपनियों ने राज्य में 20 हजार करोड़रुपयेसे लेकर पांच हजार करोड़ रुपये तक का निवेश करने की घोषणा की.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने20 दिसंबर को बोकारो में 3,475 करोड़ रुपये के निवेश की लगभग सौ कंपनियों की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए कहा कि मोमेंटम झारखंड के मात्र 10 महीनों के अंदर राज्य सरकार ने तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन कर राज्य में विकास के साथ-साथ रोजगार के द्वार भी खोले हैं.
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इस वर्ष राज्य गुजरात के बाद दूसरी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया, जिसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 8.6 प्रतिशत है. झारखंड सरकार ने राज्यपाल द्वारा पुनर्विचार के लिए लौटाये जाने के बाद विधानसभा से पिछले वर्ष पारित छोटा नागपुर काश्तकारी अधिनियम संशोधन विधेयक एवं संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम संशोधन विधेयक वापस ले लिये.
इससे सरकार की खूब किरकिरी हुई. इस वर्ष जनवरी में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कई विकास योजनाओं की आधारशिला रखी.15 नवंबर को राज्य के स्थापना दिवस समारोहों में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में कई कल्याणकारी योजनाओं तथा विकास योजना की शुरुआत की.
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इस वर्ष राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के 1000 दिन पूरे होने पर सितंबर माह में राज्य के सभी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने राज्य के पहले प्रेस क्लब का रांची में उद्घाटन किया, जिसका निर्माण आठ करोड़ रुपये की लागत से हुआ.
राज्य में इस वर्ष खनन, विद्युत उत्पादन, इस्पात उद्योग एवं खाद्य प्रसंस्करण के अनेक नये उद्यमों का शुभारंभ हुआ. गोड्डा में राज्य सरकार ने अडानी समूह को 1600 मेगावाट क्षमता के विद्युत संयंत्र की स्थापना के लिए 175 एकड़ भूमि स्थानांतरित कर दी. अडानी समूह इसके लिए झारखंड राज्य को 400 मेगावाट विद्युत देगा.
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इस वर्ष राज्य में नक्सली हिंसा से जुड़ी घटनाओं में भारी गिरावटआयी और कोई बहुत बड़ी वारदात नहीं हुई. हां, नक्सलियों ने कुछ वारदातों को अंजाम दिया, जिसमें सुरक्षा बलों को नुकसान हुआ. नक्सली संगठनों ने अलग-अलग जिलों में वाहनों को जलाने, ठेकेदारों को धमकाने और आम लोगों को डराने के लिए हवाई फायरिंग खूब की.