गौरतलब है कि आरागेट, टाटीसिलवे और सिल्ली के रेलवे क्रॉसिंग हमेशा ट्रेनों की आवाजाही के कारण बंद रहते हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. गेट बंद होने के दौरान दोनों अोर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं. इसी समस्या से निजात पाने के लिए इसका निर्माण किया जा रहा है. राज्य उच्च पथ पर बन रहे इस अारअोबी में राज्य सरकार और रेलवे की 50-50 प्रतिशत भागीदारी है.
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लोगों को जाम से मिलेगी निजात, ट्रेनों का परिचालन भी होगा सामान्य, जून 2018 तक तैयार हो जायेंगे आरा गेट टाटीसिलवे और सिल्ली के रेल ओवरब्रिज
रांची: रेलवे और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से आरागेट, टाटीसिलवे और सिल्ली में तीन रेल ओवरब्रिज (आरअोबी) बनाये जा रहे हैं. तीनों आरअोबी का निर्माण कार्य जून 2018 में पूरा होने की उम्मीद है. अगर सब कुछ सामान्य रहा, तो जुलाई में इनका उदघाटन भी हो जायेगा. इसके बाद लोगों की वर्षों पुरानी मांग […]
रांची: रेलवे और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से आरागेट, टाटीसिलवे और सिल्ली में तीन रेल ओवरब्रिज (आरअोबी) बनाये जा रहे हैं. तीनों आरअोबी का निर्माण कार्य जून 2018 में पूरा होने की उम्मीद है. अगर सब कुछ सामान्य रहा, तो जुलाई में इनका उदघाटन भी हो जायेगा. इसके बाद लोगों की वर्षों पुरानी मांग तो पूरी होगी ही, साथ ही ट्रेनों का परिचालन भी सामान्य होगा.
गौरतलब है कि आरागेट, टाटीसिलवे और सिल्ली के रेलवे क्रॉसिंग हमेशा ट्रेनों की आवाजाही के कारण बंद रहते हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. गेट बंद होने के दौरान दोनों अोर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं. इसी समस्या से निजात पाने के लिए इसका निर्माण किया जा रहा है. राज्य उच्च पथ पर बन रहे इस अारअोबी में राज्य सरकार और रेलवे की 50-50 प्रतिशत भागीदारी है.
पूरा हो चुका है आधे से ज्यादा काम : तीनों आरओबी का निर्माण कार्य 50 प्रतिशत से अधिक पूरा हो गया है. साथ ही स्लैब, रेलिंग सहित अन्य निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं, ताकि गार्डर का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद उसके ऊपरी हिस्से का काम शुरू किया जा सके. एप्रोच रोड बनाने का काम भी तेजी से हो रहा है. तीनों आरअोबी की लंबाई 850 से 900 मीटर के बीच है. वहीं 11.5 फीट चौड़ा है. इससे दोनों ओर से दो-दो वाहन एक साथ आना-जाना कर सकेंगे. वहीं, पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ भी बनाया जा रहा है. तीनों ब्रिज के निर्माण में 75 से 80 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
हर माह कार्य की हो रही है समीक्षा : हर माह कार्य की समीक्षा हो रही है, ताकि समय पर यह काम पूरा किया जा सके. बैठक में राज्य सरकार के पथ व सड़क विभाग के सचिव के अलावा अन्य अधिकारी व रेलवे के अधिकारी उपस्थित रहते हैं. अधिकारियों ने कहा कि इसके निर्माण में फिलहाल कोई बाधा नहीं रह गयी है. राज्य सरकार के अधिकारियों का परस्पर सहयोग मिल रहा है.
आरागेट आरअोबी
इस आरअोबी में 24 पिलर लगने हैं. सभी पीलर बन गये हैं और उनके ऊपर कैप लगाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है. स्लैब व गर्डर लगना बाकी है. जल्द ही यह काम भी शुरू हो जायेगा. वर्तमान में एप्रोच रोड के लिए दीवार बनाने का काम शुरू हो गया है. फरवरी में रेलवे ट्रैक के उपर गर्डर व स्लैब लगाने का कार्य शुरू होगा.
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