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पुलिस ने मयुद्दीन को परिजनों के सुपुर्द किया
बेड़ो. नरकोपी थाना क्षेत्र के ईटा गांव निवासी मयुद्दीन अंसारी को 17 नवंबर को बेड़ो डीएसपी संजय कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर तेतरू उरांव, बेड़ो थाना प्रभारी बिंदेश्वरी दास, इटकी थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा, नरकोपी थाना के नये प्रभारी मिनहाज आलम की उपस्थिति में परिजनों के सुपुर्द किया गया. मयुद्दीन को पंचायत समिति सदस्य, पिता सफरूद्दीन अंसारी, […]
बेड़ो. नरकोपी थाना क्षेत्र के ईटा गांव निवासी मयुद्दीन अंसारी को 17 नवंबर को बेड़ो डीएसपी संजय कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर तेतरू उरांव, बेड़ो थाना प्रभारी बिंदेश्वरी दास, इटकी थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा, नरकोपी थाना के नये प्रभारी मिनहाज आलम की उपस्थिति में परिजनों के सुपुर्द किया गया.
मयुद्दीन को पंचायत समिति सदस्य, पिता सफरूद्दीन अंसारी, भाई जुमाउद्दीन अंसारी व ग्रामीणों के लिखित बांड पर सौंपा गया. इधर मयुद्दीन अंसारी ने बताया कि वह अपने घर में गाड़ी रख कर गांजा पीने नरकोपी पहुंचा. जहां से चार-पांच अज्ञात लोग उसे एक टेंपो पर बैठाकर रांची लाये. उसके बाद उसने खुद को बिलासपुर स्टेशन में पाया. बाद में वह किसी तरह रांची रेलवे स्टेशन पहुंचा. जहां जीआरपी पुलिस ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. प्रेस वार्ता में डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि एक साजिश के तहत असामाजिक तत्वों द्वारा मयुद्दीन को गायब किया गया था. मामले को लेकर पुलिस गंभीरता से काम कर रही है.
किसी भी हाल में साजिश कर्ता को बख्शा नहीं जायेगा. मालूम हो कि मयुद्दीन अंसारी चार नवंबर से लापता था. उसकी बरामदगी को लेकर ग्रामीणों ने तीन बार नरकोपी थाना का घेराव किया था.
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