रांची : सदर अस्पताल में 200 बेड के मातृ एवं शिशु अस्पताल का संचालन सुचारु रूप से हो रहा है, लेकिन यहां स्पेशल न्यूबाॅर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) की स्थापना बेहद जरूरी है. इस यूनिट के नहीं होने से कई बार यहां जन्म लेनेवाले बच्चों की जान पर बन आ रही है. मंगलवार को एक ऐसा ही मामला देखने को मिला. मातृ विभाग में दो दिन की बच्ची को गंभीर अवस्था में रिम्स रेफर करना पड़ा. हटिया निवासी माता सुनीता देवी बच्ची को गोद में लेकर उसकी जिंदगी के लिए दुआ मांग रही थी.
जानकारी के अनुसार जन्म के समय बच्ची के मुंह में मल चला गया था, जिससे बच्ची को सांस लेने में परेशानी हो रहा था. सदर अस्पताल के शिशु विभाग के डॉक्टरों ने बच्चों को बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन मामले के गंभीरता को देखते हुए रिम्स रेफर करना पड़ा. मां गोद में बच्ची को लिये हुए थी और तीन नर्स उसकी देखभाल में लगी हुई थीं. एक नर्स अंबू बैग से बच्ची को ऑक्सीजन दे रही थी, वहीं एक नर्स स्लाइन पकड़े हुए थी. सदर अस्पताल में यह चर्चा का विषय था कि अगर एसएनसीयू रहता, तो बच्ची को गंभीर अवस्था में रेफर नहीं करना पड़ता.