रांची : प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य और हार्डकोर नक्सली सुधाकरण, उसकी पत्नी माधवी, भाई बी नारायण और सहयोगी एम सत्यनारायण रेड्डी के खिलाफ एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने दिल्ली में प्राथमिकी दर्ज कर ली है. जांच एजेंसी ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को भी दे दी है.
सभी मूल रूप से तेलंगाना के सरमपुर, निरमा के निवासी हैं. सभी को भादवि की धारा 386, 34, यूए (पी) एक्ट 1967 के सेक्शन 10,11,17,18 और 19 के अलावा सीएलए एक्ट के सेक्शन 17, 18 के तहत आरोपी बनाया गया है. इनके खिलाफ पहले से रांची के चुटिया थाने में प्राथमिकी दर्ज थी. कुछ दिन पहले एनआइए ने चुटिया थाने से मामले से जुड़े दस्तावेज लिये थे.
रांची में भाई व सहयोगी हुए थे गिरफ्तार : 31 अगस्त 2017 को रांची के चुटिया थाना क्षेत्र स्थित पटेल चौक के पास से सुधाकरण के भाई बी नारायण और सहयोगी एम सत्यनारायण रेड्डी को एनआइए की सूचना पर रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इनके पास से 25 लाख रुपये नकद और 4.25 किलो सोना मिले थे. दोनों पैसे और सोना सुधाकरण से लेकर तेलंगाना जा रहे थे. इनकी निशानदेही पर रांची पुलिस सुधाकरण की संपत्ति की जांच करने तेलंगाना गयी थी. वहां पर पता चला था कि सुधाकरण की संपत्ति छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आैर ओड़िशा में भी है. सभी जगह संपत्ति को जब्त करना झारखंड पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर था. इस कारण पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने मामले की जांच एनआइए को सौंप दी थी.
चार राज्यों में है संपत्ति
जांच एजेंसी को सूचना मिली है कि सुधाकरण और उसके सहयोगियों की संपत्ति तेलंगाना के अलावा छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आैर ओड़िशा में भी है. जमीन, रियल स्टेट और सोने की खरीद में करोड़ों रुपये निवेश किये हैं. उद्योगपतियों, खनन कारोबारियों, ठेकेदारों और केंदू पत्ता व्यवसायियों से संगठन के नाम पर लेवी की वसूली कर अकूत संपत्ति जमा की है. एनआइए सभी संपत्ति को जब्त करेगी. इसके अलावा सुधाकरण और उसकी पत्नी माधवी उर्फ नीलिमा को गिरफ्तार करने का प्रयास भी कर रही है.