रांची: केरल के पूर्व प्रांत प्रचारक सह प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंद कुमार ने कहा कि केरल ही नहीं देश के लोकतंत्र के लिए वामपंथी विचारधारा घातक है. इनके द्वारा केरल में खूनी खेल खेला जा रहा है. वामपंथी विचारधारा के वर्चस्व को कायम रखने के लिए स्वयंसेवक की हत्या की जा […]
रांची: केरल के पूर्व प्रांत प्रचारक सह प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंद कुमार ने कहा कि केरल ही नहीं देश के लोकतंत्र के लिए वामपंथी विचारधारा घातक है. इनके द्वारा केरल में खूनी खेल खेला जा रहा है. वामपंथी विचारधारा के वर्चस्व को कायम रखने के लिए स्वयंसेवक की हत्या की जा रही है. देश को परम वैभव पर ले जाने के लिए इस पर नियंत्रण लगाना जरूरी हो गया है.
फिलहाल देश को सबसे ज्यादा खतरा आतंकवाद, धर्मांतरण व वामपंथी विचाराधारा से है. यह तीनों चीजें केरल को प्रभावित कर रही हैं. श्री कुमार शनिवार को खेलगांव में राष्ट्रीय स्वयं संघ के सहयोगी संगठन प्रज्ञा प्रवाह की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम का विषय था-केरल में कम्युनिस्ट आतंक बनाम लोकतंत्र का भविष्य.
उन्होंने कहा कि केरल में संघ व शाखा की पकड़ लगातार बढ़ रही है. देश में सबसे ज्यादा 4,500 शाखाएं चल रही है. संघ के बढ़ते प्रभाव को कुचलने के लिए स्वयंसेवकों की क्रूर हत्याएं की जा रही है. आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या सुनियोजित तरीके से की जा रही है. अब तक केरल में 280 से अधिक आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है. लोगों में डर व भय का माहौल पैदा करने के लिए कई स्वयंसेवकों का पैर कटवा दिया गया है. इसमें सनानंद मास्टर शामिल हैं. वहीं स्कूल के कमरे में बच्चों के सामने जय किशन मास्टर की हत्या कर दी गयी. यह सारा खेल नेतृत्व की सहमति से हो रहा है.
मानसिक गुलामी से भारत को मुक्ति दिलाना होगा : होसबोले
आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने प्रज्ञा प्रवाह व कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला. कहा कि आजाद होने के बाद भी भारत मानसिक गुलामी से ऊबर नहीं पाया है. मानसिक उपनिवेशवाद के कारण हम अपने को समझ नहीं पाये.भारत के लोगों ने दुनिया को सिखाने का काम किया. यहां धर्म की स्थापना को लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है. इसमें लोगों का निजी स्वार्थ शामिल है. उन्होंने कहा कि मनुष्य व समाज के विकास के लिए बौधिक ज्ञान जरूरी है. इसी को आगे बढ़ाने को लेकर प्रज्ञा प्रवाह काम कर रहा है. भारत की पहचान व अस्मिता को बरकार रखने, नये ज्ञान का सृजन कर और समृद्ध बनाने का काम किया जा रहा है. इससे पहले लोकमंथन नामक पुस्तिका व कॉपी टेबल बुक का विमोचन किया गया. सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति नंद कुमार नायक इंदु ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि शहर का सौभाग्य है कि लोगों को इस प्रकार का लेक्चर सुनने का मौका मिला. हमें राष्ट्र भाव के विचार को आगे बढ़ाने की जरूरत है. कार्यक्रम में सात साल की बच्ची स्कंद कुमार ने गीता श्लोक व दीपेंद्र ने व्यक्तिगत गीत प्रस्तुत किया. मौके पर केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, कपिल कपूर, पीवी कृष्ण भट्ट समेत संघ व भाजपा के कई लोग मौजूद थे.