मनोचिकित्सक के कुल छह पदों में सिर्फ तीन उम्मीदवार का चयन अनारक्षित पद पर हो सका है. एसटी के दो व बीसी वन के एक पद खाली रह गये. इसी प्रकार नेत्र रोग विशेषज्ञ के कुल 22 रिक्त पदों में 16 उम्मीदवार का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित में 11 में 11, बीसी वन में दो में एक, बीसी टू में एक भी नहीं, एससी में दो में एक व एसटी में छह में तीन का चयन हुआ. शिशु रोग विशेषज्ञ में कुल 230 पदों में 36 उम्मीदवार का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित में 115 में 36 का चयन हुआ है. एससी के 23, एसटी के 60, बीसी वन के 18 अौर बीसी टू के 14 पद खाली रह गये.
हड्डी रोग विशेषज्ञ के कुल 18 पदों में 10 का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित के नौ में नौ अौर बीसी वन में एक में एक का चयन हुआ है, जबकि एससी के दो, एसटी के पांच व बीसी टू के एक पद खाली रह गये. इएनटी में कुल 20 पदों में 11 का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित में 10 में 10 अौर बीसी टू के दो में एक का चयन हुआ है. जबकि एससी के दो, एसटी के पांच अौर बीसी टू के एक पद खाली रह गये. इसी प्रकार रेडियोलॉजिस्ट के कुल 32 में नौ का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित में 16 में नौ का चयन हुआ है, जबकि एससी के चार, एसटी के आठ, बीसी वन के तीन व बीसी टू के एक पद खाली रह गये.
इसी प्रकार फॉरेंसिक चिकित्सक के कुल 22 पद में चार का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित में 11 में चार का चयन हुआ है. वहीं एससी के दो, एसटी के छह, बीसी वन के दो अौर बीसी टू के एक पद खाली रह गये.
चर्म रोग विशेषज्ञ के कुल 23 पद में नौ का चयन हुआ है. इनमें अनारक्षित के 12 में नौ का चयन हुआ है. वहीं एससी के दो, एसटी के छह, बीसी वन के दो अौर बीसी टू के एक पद खाली रह गये. इसी प्रकार पैथोलॉजिस्ट के कुल 23 पदों में 17 का चयन किया गया है. इनमें अनारक्षित के 12 में 12 का चयन हुआ है, जबकि एससी के तीन में तीन, एसटी के छह में दो, बीसी वन के एक व बीसी टू में किसी का भी चयन नहीं हुआ है.
आयोग द्वारा जारी रिजल्ट के मुताबिक नौ विभागों में अनारक्षित के कुल 199 में 103 उम्मीदवार का चयन हुआ है. इसी प्रकार एससी के कुल 40 में चार, एसटी के कुल 104 में पांच, बीसी वन के कुल 32 में तीन अौर बीसी टू के कुल 21 में एक का चयन हुआ है.